क्रिकेट वर्ल्ड कप के लिए कितनी तैयार भारतीय टीम?

मुंबई:

ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले चयनकर्ताओं ने अच्छे प्रदर्शन का दावा किया। बीसीसीआई के सचिव संजय पटेल ने कहा कि हमारे हिसाब से यह बेस्ट टीम है। बीसीसीआई लंबे समय से टीम चुने जाने के बाद एक जैसे बयान देती ही है और नतीजा बोर्ड के मुताबिक नहीं आया है।

टेस्ट सीरीज़ में ऑस्ट्रेलिया से 2-0 से मात खाने के बाद ट्राई सीरीज़ में भी टीम इंडिया का हाल बेहाल है। टीम के सामने समस्याओं की लंबी फेहरिस्त है, तो वहीं कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के पास जवाब की कमी देखने को मिली।

ओपनिंग की परेशानी

ओपनिंग को लेकर टीम इंडिया की मुश्किल अब भी बरक़रार है। वर्ल्ड कप से पहले शिखर धवन का खराब फ़ॉर्म धोनी और टीम डायरेक्टर रवि शास्त्री के लिए सिरदर्द की सबसे बड़ी वजह है। टेस्ट में पूरी तरह फ़्लॉप रहने के बाद ट्राई-सीरीज़ के 3 मैच में शिखर के खाते में सिर्फ़ 11 रन हैं।

ऐसे में धोनी क्या शिखर के साथ बने रहेंगे या फिर कोई नया कॉम्बिनेशन इंग्लैंड के साथ करो या मरो जैसे मैच में देखने को मिलेगा। रोहित शर्मा फिलहाल पूरी तरह फ़िट नहीं हैं। टीम मैनेजमैंट के मुताबिक, रोहित वर्ल्ड कप से पहले कोई मैच नहीं खेलेंगे।

रोहित की फ़िटनेस का टेस्ट आठ फ़रवरी को ऑस्ट्रेलिया, फिर 10 फ़रवरी को अफ़गानिस्तान के ख़िलाफ़ वार्म-अप मैच में साबित करना होगा। टीम के पास अंबति रायडू और अजिंक्य रहाणे जैसे ओपनर्स भी मौजूद हैं।

नंबर तीन पर विराट

राहुल द्रविड़ ने भारत को वर्ल्ड कप जीतने का मज़बूत दावेदार माना है। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ का मानना है कि वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की बहुत हद तक कामयाबी विराट कोहली पर निर्भर करेगी। इसके लिए विराट कोहली को वापस अपने नंबर तीन बल्लेबाज़ी क्रम पर लौटना होगा। विराट को नंबर चार पर बल्लेबाज़ी करवाने का फ़ैसला टीम के थिंक टैंक को भारी पड़ता नज़र आ रहा है।

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट में विराट शानदार फ़ॉर्म में थे, लेकिन ट्राई-सीरीज़ की तीन पारियों में वह 16 रन से आगे नहीं बढ़ सके हैं। वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट से पहले ये बदलाव टीम इंडिया के साथ-साथ विराट के करियर के लिए ख़तरनाक साबित हो सकता है।
 
तेज़ गेंदबाज़ों पर सवाल

ट्राईसीरीज़ में टीम इंडिया के गेंदबाज़ों का हाल बेहाल है। गेंदबाज़ रन रोकने और विकेट लेने दोनों में नाकाम रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों के साथ मैच में गेंदबाज़ों का प्रदर्शन ख़राब रहा है। भुवनेश्वर कुमार हो या फिर मोहम्मद शमी, दोनों ही शुरुआती विकेट निकालने में सफल नहीं रहे हैं। उमेश यादव की गेंद तेज़ ज़रूर है, लेकिन लाइन-लेंथ पर उन्हें काम करना होगा। ज़ाहिर है वनडे में नए नियम के आने के बाद भारतीय गेंदबाज़ अपनी रणनीति में कोई बदलाव नहीं कर सके हैं जिसका खामियाज़ा उन्हें उठाना पड़ रहा है। वैसे ईशांत शर्मा फ़िट हो चुके हैं, ऐसे में उन्हें ऑस्ट्रेलिया में अपने अनुभव का फ़ायदा उठाना होगा।

 ऑल राउंडर की ज़रूरत
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी लंबे समय से टीम में एक अच्छे ऑल-राउंडर की ज़रूरत पर ज़ोर देते रहे हैं। रविंद्र जडेजा को कंधे में चोट के बावजूद वर्ल्ड कप टीम में चुना गया। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ बल्ले और गेंद दोनों से अच्छा प्रदर्शन करके स्टुअर्ट बिन्नी ने धोनी को रविंद्र जडेजा का विकल्प दे दिया है।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

वर्ल्ड कप टीम में शामिल बिन्नी ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड की पिचों पर टीम के लिए कमाल कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए कप्तान को उन पर भरोसा रखना होगा।