यह ख़बर 12 अगस्त, 2013 को प्रकाशित हुई थी

त्रिकोणीय शृंखला : धवन के धमाल से भारत फाइनल में

खास बातें

  • शिखर धवन (248) और चेतेश्वर पुजारा (109) की शतकीय पारियों की बदौलत भारत-ए टीम ने त्रिकोणीय शृंखला के तहत सोमवार को प्रीटोरिया के एलसी डीविलियर्स स्टेडियम में हुए मैच में दक्षिण अफ्रीका-ए को 39 रनों से हरा दिया।
प्रीटोरिया:

शिखर धवन (248) और चेतेश्वर पुजारा (109) की शतकीय पारियों की बदौलत भारत-ए टीम ने त्रिकोणीय शृंखला के तहत सोमवार को प्रीटोरिया के एलसी डीविलियर्स स्टेडियम में हुए मैच में दक्षिण अफ्रीका-ए को 39 रनों से हरा दिया। इस जीत के साथ ही भारत-ए शृंखला के फाइनल में पहुंच गया है, जहां उसका मुकाबला ऑस्ट्रेलिया-ए से होगा।

भारत-ए ने दक्षिण अफ्रीका-ए के सामने 434 रनों की कठिन चुनौती रखी थी, जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका-ए ने 48.4 ओवरों में 394 रन पर सभी विकेट गंवा दिए।

इतने विशाल स्कोर का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका-ए के खिलाड़ियों ने भी बेहतरीन बल्लेबाजी की। दक्षिण अफ्रीका के लिए भी दो खिलाड़ियों ने शतकीय पारियां खेलीं।

सलामी बल्लेबाज रीजा हैंड्रिक्स (106) ने रीली रोसूव (43) के साथ शुरुआती 12.4 ओवर में 121 रन जोड़ डाले। रोसूव के जाने के बाद डेविड एल्गर हालांकि कुछ खास नहीं कर पाए और 15 के निजी योग पर शाबाज नदीम के शिकार हुए।

इसके बाद बल्लेबाजी करने आए वैन डर जार्सवेल्ड (108) ने हैंड्रिक्स के साथ तीसरे विकेट की साझेदारी में 63 रन जोड़े। आक्रामक हो चली इस जोड़ी को स्टुअर्ट बिन्नी ने तोड़ा। हैंड्रिक्स ने 78 गेंदों में 12 चौके और दो छक्के लगाए।

इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरे दक्षिण अफ्रीका-ए के कप्तान जस्टिन ऑन्टांग (49) ने भी जार्सवेल्ड के साथ 78 रनों की साझेदारी निभा टीम का स्कोर 35.4 ओवर में 281 पर पहुंचा दिया।

ऑन्टांग के जाने के बाद सिर्फ वैन डर मर्वे (36) ही जार्सवेल्ड का साथ निभा पाए। ऑन्टांग और मर्वे ने छठे विकेट की साझेदारी में 89 रन जोड़े। हालांकि जार्सवेल्ड के 46वें ओवर की चौथी गेंद पर 376 के कुल योग पर आउट होने के बाद मर्वे भी सिर्फ दो रनों का इजाफा कर चलते बने।

भारत-ए के लिए ईश्वर पांडे ने चार विकेट झटके तथा जयदेव उनादकट को दो विकेट मिला। जम्मू एवं कश्मीर के स्पिन गेंदबाज परवेज रसूल एकमात्र गेंदबाज थे, जिन्हें एक भी विकेट नहीं मिला। शानदार बल्लेबाजी करने वाले धवन ने भी एक विकेट चटकाया।

इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारत-ए को धवन ने मुरली विजय (40) के साथ बेहद सधी हुई शुरुआत दी, जिसकी बदौलत भारत-ए ने निर्धारित 50 ओवरों में तीन विकेट पर 433 रनों का स्कोर खड़ा किया।

विजय के रूप में भारत-ए का पहला विकेट 91 के कुल योग पर 12वें ओवर की दूसरी गेंद पर गिरा। उन्हें ब्यूरन हैंड्रिक्स की गेंद पर विकेटकीपर डेन विलास ने लपका। विजय ने 37 गेंदों का सामना कर सात चौके लगाए।

इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरे चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 109) के साथ धवन ने दूसरे विकेट के लिए ताबड़तोड़ आक्रमण करते हुए 285 रनों की साझेदारी कर डाली। धवन की मैराथन पारी 45वें ओवर की चौथी गेंद पर गिरी। धवन भी रस्टी थेरोन की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।

धवन जब पवेलियन लौटे तो भारत का स्कोर 376 पहुंच चुका था, जिसमें धवन ने मात्र 150 गेंदों का सामना करते हुए 30 चौके और सात छक्के जड़े।

धवन के जाने के बाद सुरेश रैना (6) ज्यादा देर तक पुजारा का साथ नहीं दे सके। रैना को हार्डस विलोजेन ने वैन डर मर्वे के हाथों कैच आउट करवाया।

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इसके पुजारा ने दिनेश कार्तिक के साथ खेलते हुए अपना शतक पूरा किया, और भारत को 433 के स्कोर तक पहुंचाया। पुजारा ने 97 गेंदों की पारी में आठ चौके लगाए। धवन की यह पारी प्रथम श्रेणी क्रिकेट की दूसरा सबसे बड़ा निजी स्कोर है।