खास बातें
- यदि अम्पायर ने भारतीय पारी के लसिथ मलिंगा द्वारा फेंके गए 30वें ओवर को पांच गेंदों के बाद ही खत्म घोषित न कर दिया होता, तो तस्वीर कुछ और हो सकती थी...
नई दिल्ली: एडिलेड में खेले गए शृंखला के पांचवें वन-डे मैच में 237 रनों के विजय लक्ष्य का पीछा करती भारतीय टीम आखिरी गेंद तक 236 रन ही बना पाई, और मैच बेहद रोमांचक मोड़ पर आकर टाई हो गया... लेकिन यदि अपने करियर के दूसरे ही मैच में अम्पायरिंग कर रहे ऑस्ट्रेलियाई साइमन फ्राई ने भारतीय पारी के लसिथ मलिंगा द्वारा फेंके गए 30वें ओवर को पांच गेंदों के बाद ही खत्म घोषित न कर दिया होता, तो तस्वीर कुछ और हो सकती थी...
ऐसे करीबी मैचों में एक-एक गेंद कितनी कीमती होती है, यह किसी को बताने की ज़रूरत नहीं, इसलिए बेहतर यह होता कि थर्ड अम्पायर अथवा टीवी अम्पायर ऐसे मामलों में बिना किसी अपील के हस्तक्षेप कर देते... उल्लेखनीय है कि इस मैच में मैदानी अम्पायरिंग की जिम्मेदारी साइमन फ्राई और निजेल लॉन्ग (इंग्लैण्ड) को सौंपी गई थी, जबकि टीवी अम्पायर के रूप में ऑस्ट्रेलिया के ही ब्रूस ऑक्सेनफोर्ड मौजूद थे, और मैच रैफरी थे जिम्बाब्वे के एन्डी पायक्रॉफ्ट...