विमल मोहन की कलम से : आखिरकार 'टेल' ने दिखाया दम, पुछल्लों ने ठोका 'शतक'

विमल मोहन की कलम से : आखिरकार 'टेल' ने दिखाया दम, पुछल्लों ने ठोका 'शतक'

सिडनी टेस्ट में एक विकेट लेने के बाद खुशी मनाते रविचंद्रन अश्विन

नई दिल्ली:

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज़ में टीम इंडिया की कई कमियां खुलकर सबके सामने आईं, और कमज़ोर टेल ऐसी ही मुश्किल बनी रही, जिसने पूरी सीरीज़ में परेशान किया, लेकिन आखिरकार सिडनी टेस्ट की पहली पारी में भारतीय पुछल्ले बल्लेबाज हर सवालिया निशाोन का जवाब देते नज़र आए।

मौजूदा टेस्ट सीरीज़ में पहली बार भारतीय टेल, यानि निचले क्रम के चार बल्लेबाज़ों में से किसी एक ने अर्द्धशतक का आंकड़ा छू लिया। हालांकि रविचंद्रन अश्विन के नाम टेस्ट मैचों में इससे पहले भी दो शतक और तीन अर्द्धशतक दर्ज हैं, लेकिन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की मौजूदा सीरीज़ में भारतीय टेल का नहीं चलना टीम इंडिया को बैकफुट पर धकेलता रहा है।

कमज़ोर टेल की वजह से टीम इंडिया एडिलेड टेस्ट में जीत के करीब पहुंचकर भी हार गई थी तो दूसरे टेस्ट की दोनों पारियों में भी भारतीय टेलएंडर्स ने सबको मायूस किया। अब सीरीज़ में यह पहला मौका रहा, जब भारतीय टेल ने 100 रनों का योगदान दिया।। एडिलेड की दोनों पारियों में भारतीय टीम के अंतिम चार बल्लेबाज 41 और 11, यानि कुल मिलाकर 52 रन जोड़ पाए, जबकि ब्रिस्बेन टेस्ट की दोनों पारियों में आखिरी चार बल्लेबाज़ों ने 49 और 53 रनों का योगदान दिया। मेलबर्न में हुए तीसरे टेस्ट की पहली पारी में आखिरी चार बल्लेबाज़ों ने 12 रन जोड़े, जबकि दूसरी पारी में अश्विन ने धोनी के साथ टेस्ट मैच बचाने में अहम रोल अदा किया। मेलबर्न में बाकी के बल्लेबाज़ों को इसके बाद मौके ही नहीं मिल पाए।

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सो, अब सिडनी टेस्ट की आखिरी पारी में भारत के सामने बड़ी चुनौती है... अगर यहां भारतीय टेल को मौका मिलता है, तो उन पर उठाई जा रही अंगुलियों का एक आखिरी बार वे अच्छा जवाब दे सकते हैं।