...आखिर क्यों रो पड़े सबको रुलाने वाले विराट कोहली

...आखिर क्यों रो पड़े सबको रुलाने वाले विराट कोहली

प्रैक्टिस करते विराट कोहली

नई दिल्‍ली:

बांग्लादेश दौरे के पहले भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली आत्मविश्वास से भरे नज़र आ रहे हैं। उन्हें ऑस्ट्रेलिया में ही टेस्ट टीम की बागडोर सौंप दी गयी थी लेकिन बांग्लादेश उनके लिए फ़्रेश दौरा होगा। 26 साल के विराट कोहली ने एक क्रिकेट वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में अपनी रणनीति और सोच के बारे में बताया।

'मैं टीम को मज़बूत बंधन में बांधना चाहता हूं। खिलाड़ियों के बीच गहरी दोस्ती चाहता हूं। हम साल में 250 से 280 दिनों तक साथ रहते हैं। मैं अगले 10 साल में ऐसा माहौल बनाना चाहता हूं कि लोग हमें देखकर हमारी एकजुटता की तारीफ़ करें। टीम को मज़बूत इकाई कहें। लोग कहें कि इस टीम के खिलाड़ी एक दूसरे के लिए खेलते हैं। ये मेरी सोच है।'

कोहली का मनना है कि भारतीय टीम में विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीम होने का माद्दा है। 'मैं चाहता हूं कि भारतीय टीम 5-6 साल तक विश्व क्रिकेट पर अपना दबदबा बना कर रखे। हमारी टीम प्रतिभाशाली है। हम में क़ाबलियत है।'

कैप्टन कूल महेन्द्र सिंह धोनी के उलट कोहली स्वभाव से आक्रमक हैं और आक्रमक क्रिकेट में विश्वास करते हैं। वे जीत के लिए आख़िरी गेंद तक लड़ने की बात करते हैं। 'टेस्ट मैचों में बिना किसी संशय और शंका के खेलना मेरा लक्ष्य रहेगा। मन में असुरक्षा की भावना नहीं रहनी चाहिए। बेहतरीन टीमों से डरने की ज़रुरत नहीं। सर्वश्रेष्ठ टीम को हराने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा। और ये हम कर सकते हैं। हम में वो आत्मविश्वास होना चाहिए। आक्रामक क्रिकेट खेलना लक्ष्य होना चाहिए। फिर चाहे जीत हो या हार। ड्रॉ अंतिम लक्ष्य होना चाहिए।'

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एडिलेड टेस्ट की दोनों पारियों में कोहली ने शतक ठोका। लक्ष्य का पीछा कर रही भारतीय टीम कोहली की आक्रमक बल्लेबाज़ी के बावजूद 48 रनों से हार गयी।

धोनी ने टेस्ट के बाद संन्यास का ऐलान कर सबको चौंका दिया। कोहली को कप्तानी सौंप दी गयी। 'सही कहूं तो मैं सोच नहीं पा रहा था कि मुझे कप्तानी करनी है। जब माहौल थोड़ा शांत हुआ तो मैं अपने कमरे में गया। सीरीज़ देखने ऑस्ट्रेलिया पहुंची अनुष्का भी वहां थी। मैंने उसे ख़बर सुनायी। वो भी हैरान थी कि ये सब अचानक कैसे हो गया। धोनी ने ऐसा क्यों किया? थोड़ी देर बाद हमें अहसास होना शुरू हुआ कि मैं भारत का नियमित टेस्ट कप्तान बनने जा रहे हूं। और मैं रो पड़ा। मैंने कभी भी कप्तानी की उम्मीद नहीं की थी। मेरा सिर्फ़ एक ही सपना था। भारत के लिए खेलना।'

कोहली ने इंटरव्यू में दिल से बात की है। उन्होने अपनी गर्ल फ़्रेंड अनुष्का शर्मा के बारे में भी बात की। 'सबसे अच्छी बात ये है कि वो मुझसे क्रिकेट के बारे में ज़्यादा बात नहीं करती। ये सही है कि ये सिर्फ़ हमारे साथ नहीं हुआ है कि हर चीज के लिए उसे दोषी करार दिया गया हो। लेकिन जिस तरह से लोगों का व्यवहार रहा है वो दुखद है।'

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आक्रमकता के साथ कोहली धोनी की तरह धीरज रखना सीख लें तो बेशक वे कामयाबी की नयी कहानी लिख सकते हैं।