यह ख़बर 16 दिसंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

वेस्ट इंडीज़ के स्पिनर शेन शिलिंगफोर्ड पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी पर पाबंदी

शेन शिलिंगफोर्ड का फाइल चित्र

दुबई:

वेस्ट इंडीज़ क्रिकेट टीम को एक करारा झटका देते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने उसके ऑफ-स्पिन गेंदबाज शेन शिलिंगफोर्ड को संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन के आरोप में निलंबित कर दिया है, जबकि उनके एक अन्य गेंदबाज मार्लोन सैमुअल्स की तेज गेंदें भी नियमों के अनुरूप नहीं पाई गईं।

आईसीसी ने एक बयान में कहा, ''एक स्वतंत्र बायोकैमिकल विश्लेषण में वेस्ट इंडीज़ के ऑफ-स्पिनर शेन शिलिंगफोर्ड का गेंदबाजी एक्शन संदिग्ध पाया गया है और इस हालत में खिलाड़ी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी करने से निलंबित कर दिया गया है...''

आकलन में खुलासा हुआ है कि शेन शिलिंगफोर्ड की दोनों, ऑफ-ब्रेक और 'दूसरा', गेंदों के एक्शन में उसकी कोहनी आईसीसी नियमों के अनुसार अधिकतम सीमा 15 डिग्री से कुछ ज़्यादा मुड़ी हुई है।

आईसीसी के अनुसार, ''उसे (शेन शिलिंगफोर्ड को) तब तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी से निलंबित कर दिया गया है, जब तक वह दोबारा विश्लेषण नहीं कर लेता, जिससे पता चलेगा कि उसने अपने गेंदबाजी एक्शन में सुधार किया है...''

इस बीच मार्लोन सैमुअल्स के गेंदबाजी एक्शन के स्वतंत्र आकलन में उनकी ऑफ-ब्रेक गेंद सही थी, लेकिन तेज गेंद में उसकी कोहनी 15 डिग्री से अधिक मुड़ रही है, जो संदिग्ध मानी जाती है, इसलिए मार्लोन सैमुअल्स को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऑफ-ब्रेक गेंदें फेंकने की अनुमति है, लेकिन उन्हें तेज गेंद फेंकने से रोक दिया गया है।

आईसीसी ने कहा, ''अगर सैमुअल्स को अगले दो साल में संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन के लिए दोबारा रिपोर्ट किया जाता है तो इस तरह की रिपोर्ट को आईसीसी नियमों में दूसरी रिपोर्ट माना जाएगा...''

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने कहा, ''अगर दूसरी रिपोर्ट के स्वतंत्र बायोकैमिकल विश्लेषण के बाद मार्लोन सैमुअल्स का गेंदबाजी एक्शन संदिग्ध होता है, चाहे वह तेज गेंद के लिए हो या फिर किसी अन्य तरह की गेंद के लिए, तो वह स्वत: कम से कम 12 महीने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी से निलंबित हो जाएगा...''

शेन शिलिंगफोर्ड और मार्लोन सैमुअल्स की गेंदबाजी को पिछले महीने भारत के खिलाफ मुंबई टेस्ट के दूसरे दिन के खेल के अंत में मैदानी अंपायर रिचर्ड केटलबोरो और निजेल लॉन्ग, टीवी अंपायर विनीत कुलकर्णी और मैच रैफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट ने रिपोर्ट किया था।

दोनों गेंदबाजों को पहले भी रिपोर्ट किया गया था और उनके एक्शन के संदिग्ध पाए जाने के बाद निलंबित कर दिया गया था, हालांकि उन्हें अपने गेंदबाजी एक्शन में सुधार करने और जांच के बाद दोबारा गेंदबाजी करने की अनुमति दे दी गई थी।

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शेन शिलिंगफोर्ड और मार्लोन सैमुअल्स की यह स्वतंत्र जांच एसोसिएट प्रोफेसर जाक एल्डरसन और यूनिवर्सिटी आफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया (यूडब्ल्यूए) के 'स्कूल आफ स्पोर्ट साइंस, एक्सरसाइज एंड हेल्थ' में उनकी टीम ने 29 नवंबर को की थी। इसके अनुसार, ''खिलाड़ियों के पास यूडब्ल्यूए के आकलन का गेंदबाजी समीक्षा ग्रुप में अपील करने का अधिकार है... अगर वे अपील करना चाहते हैं तो उन्हें 14 दिन के भीतर आईसीसी को लिखित नोटिस देना होगा...''