वर्ल्ड कप 2015: पिता को भरोसा, वापसी करेंगे युवराज सिंह

वर्ल्ड कप 2015 के लिए टीम इंडिया का ऐलान युवराज सिंह के लिए काफी दुखदायी रहा। पिछले वर्ल्ड कप के हीरो युवी ने हाल ही में घरेलू क्रिकेट में भी शानदार प्रदर्शन किया है लेकिन वर्ल्ड कप 2015 उनके बिना ही खेला जाना तय है।

टी-20 वर्ल्ड कप 2007 और वर्ल्ड कप 2011 के हीरो युवराज सिंह को 14 फरवरी से ऑस्ट्रेलिया-न्यू जीलैंड में होने वाले वर्ल्ड कप की टीम में जगह नहीं मिली है। युवराज सिंह को वर्ल्ड कप के आखिरी 15 खिलाड़ियों में शामिल किए जाने की अटकलों पर मंगलवार को चयनकर्ताओं की बैठक के बाद विराम लग गया।

नहीं था संभावितों में नाम

वैसे संभावित 30 खिलाड़ियों में युवी का नाम नहीं होने की वजह से उनका आखिरी 15 में आना मुश्किल दिख रहा था। दूसरी ओर युवराज ने हिम्मत न हारते हुए घरेलू मैचों में खेलना जारी रखा।

रणजी में धमाका

रणजी ट्रोफी में युवी ने पहले हरियाणा के खिलाफ 59 और 130 रन की पारी खेली तो गेंदबाजी करते हुए एक विकेट भी लिए। महाराष्ट्र के खिलाफ तो युवी पुराने रंग में नजर आए। युवी ने 85.00 के स्ट्राइक रेट से 136 रन बनाए जिसमें उन्होंने 25 चौके और एक शानदार छक्का भी जड़ा। वहीं सौराष्ट्र के साथ मैच में युवराज ने 182 रन की पारी खेली। रणजी ट्रोफी में तीन शतक बनाकर युवी ने चयनकर्ताओं को सोचने पर मजबूर कर दिया।

टीम का ऐलान करते वक्त बीसीसीआई के सचिव संजय पटेल ने कहा कि युवराज के साथ कई नामों पर चर्चा हुई है। बोर्ड ने रविंद्र जडेजा की फिटनेस रिपोर्ट देखने के बाद युवराज को नजरअंदाज कर दिया। वहीं मीडिया में यह खबर आई थी कि युवराज को रखने का आखिरी फैसला एमएस धोनी पर छोड़ा गया था।

युवराज के नहीं चुने जाने पर पूर्व क्रिकेटर सैयद किरमानी ने कहा कि चयनकर्ता हमेशा से कोई न कोई सरप्राइज देते हैं। इस बार युवराज जैसे अनुभवी खिलाड़ी को बाहर कर किया है। 1983 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रह चुके किरमानी के मुताबिक, टीम का चुनाव सही किया गया है। किरमानी ने यह भी कहा कि वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में खेलने के लिए अनुभव की जरूरत होती है जो चुनी गई टीम में नहीं है।

वर्ल्ड कप 2011 में प्रदर्शन

पिछले वर्ल्ड कप में प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे युवराज के प्रदर्शन की वजह से टीम इंडिया चैंपियन बनी। युवराज ने पिछले वर्ल्ड कप के 9 मैच की 8 पारियों में 362 रन बनाए जिसमें एक शतक और चार अर्द्धशतक शामिल रहा। गेंदबाजी में भी उन्होंने 15 विकेट लेकर एक ऑल राउंडर की भूमिका बखूबी निभायी। युवी के पिछले वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन के बावजूद टीम के ऐलान से साफ हो गया कि चयन का पैमाना प्रदर्शन है ना कि बड़े नाम।

लंबी है डगर

युवराज ने टीम चयन पर कोई बयान देने से मना कर दिया। युवी ट्विटर पर भी काफी सक्रिय रहते हैं लेकिन इस बार उन्होंने ट्वीट नहीं किया। जाहिर है कि न चुने जाने से एक खिलाड़ी को निराशा होती है लेकिन जिस तरीके से युवी ने कैंसर से लड़ाई कर वापसी की, उम्मीद है इस बार भी कुछ ऐसा ही होगा।

पिता का भरोसा

युवी के पिता योगराज सिंह ने कहा कि न चुना जाना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन उन्हें भरोसा है कि युवी जरूर वापसी करेंगे। योगराज ने कहा कि उनका बेटा जरूर वापसी करेगा और पांच-छह साल तक टीम इंडिया के लिए ऐसा प्रदर्शन करेगा जो सभी देखते रह जाएगे।

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293 वनडे में आठ हजार से ज्यादा रन बना चुके युवराज करीब एक साल से टीम इंडिया से बाहर हैं और ऐसे में उनकी वापसी पर बड़ा सवाल था। ऐसा नहीं कि यहां से युवी के लिए रास्ता बंद हो गया है लेकिन इतना तय है कि उनके लिए आगे की राह आसान नहीं होने वाली है।