यह ख़बर 05 नवंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

इंग्लैंड के खिलाफ युवराज और हरभजन को मिला मौका

खास बातें

  • मध्यक्रम के बल्लेबाज युवराज सिंह ने ऑफ-स्पिनर हरभजन सिंह के साथ 15 नवंबर से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही शृंखला के पहले दो टेस्ट मैचों के लिए घोषित 15-सदस्यीय भारतीय टेस्ट टीम में वापसी की।
मुंबई:

मध्यक्रम के बल्लेबाज युवराज सिंह ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट में यादगार वापसी की, जबकि ऑफ-स्पिनर हरभजन सिंह ने भी लंबे समय बाद भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाई। राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने 15 नवंबर से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही शृंखला के पहले दो टेस्ट मैचों के लिए इन दोनों को 15-सदस्यीय टीम में रखा है।

युवराज एक साल बाद भारतीय टीम में लौटे हैं। कैंसर से उबरने के बाद वापसी करने वाला यह 30-वर्षीय क्रिकेटर घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाने में सफल रहा।

पूर्व टेस्ट क्रिकेटर संदीप पाटिल की अगुवाई वाली नई चयन समिति ने हरभजन को टीम में चुना, जो एक साल से ज्यादा समय के बाद पांच-दिवसीय मैचों के लिए टीम में लौटे हैं।

चयनकर्ताओं ने कोई बड़ा हैरानी भरा फैसला नहीं किया है। युवराज को टीम में जगह देने के लिए सुरेश रैना को बाहर किया गया, जबकि हरभजन ने चोटिल लेग स्पिनर पीयूष चावला की जगह ली है।

टीम के सीनियर खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर एक तरह से अनुभवहीन मध्यक्रम लाइन-अप में मजबूती प्रदान करेंगे, जिसमें विराट कोहली जैसा फॉर्म में चल रहा बल्लेबाज भी है। चेतेश्वर पुजारा और युवराज मध्यक्रम के अन्य खिलाड़ी हैं।

तमिलनाडु के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय को टीम में रिजर्व सलामी बल्लेबाज के रूप में शामिल किया गया है, हालांकि चयनकर्ताओं ने वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर की अनुभवी जोड़ी को बरकरार रखा है। सहवाग-गंभीर की सलामी जोड़ी लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रही है। विजय को एस बद्रीनाथ के स्थान पर शामिल किया है, जो अगस्त में न्यूजीलैंड के खिलाफ अंतिम टेस्ट में मौजूद थे।

तेज गेंदबाज जहीर खान की फिटनेस पर संदेह व्यक्त किया जा रहा था, क्योंकि वह रविवार को रणजी ट्राफी मैच के दौरान मैदान पर लंगड़ाते हुए दिखे थे। उन्हें हालांकि फिजियो की हरी झंडी के बाद टीम में बरकरार रखा गया है। टीम में सात विशेषज्ञ बल्लेबाज, तीन तेज गेंदबाज, तीन स्पिनर और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के रूप में एक विकेटकीपर बल्लेबाज है।

चार टेस्ट मैचों की शृंखला 15 नवंबर से अहमदाबाद से शुरू होगी। इसके बाद मुंबई में 23 से 27 नवंबर तक दूसरा टेस्ट होगा। तीसरा टेस्ट कोलकाता में 5 से 9 दिसंबर तक और अंतिम मैच नागपुर में 13 से 17 दिसंबर तक खेला जाएगा।

युवराज के लिए यह भावनात्मक वापसी है, जिन्होंने सितंबर में श्रीलंका में विश्व ट्वेंटी-20 चैम्पियनशिप के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी। ऑलराउंडर युवराज ने इसके बाद उत्तर क्षेत्र के लिए दलीप ट्राफी में अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने मध्य क्षेत्र के खिलाफ 208 रन की पारी खेलने के बाद भारत-ए की तरफ से ब्रैबोर्न स्टेडियम में पिछले हफ्ते इंग्लैंड के खिलाफ अभ्यास मैच में 59 रन बनाए और पांच विकेट भी हासिल किए। इस प्रदर्शन से उन्होंने साबित कर दिया कि वह पांच-दिवसीय क्रिकेट की मुश्किलों का सामना करने के लिए फिट हैं।

हरभजन हालांकि मोहाली में हैदराबाद के खिलाफ रणजी ट्राफी मैच में पंजाब की ओर से खेलते हुए अपने 21 ओवर में एक भी विकेट हासिल नहीं कर पाए, लेकिन इससे पहले उन्होंने काउंटी क्रिकेट में सरे की तरफ से अच्छा प्रदर्शन किया था।

टीम में विजय की मौजूदगी से सहवाग और गंभीर पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव बढ़ जाएगा, क्योंकि अंजिक्य रहाणे भी टीम में शामिल हैं और वह भी सलामी बल्लेबाज की भूमिका अदा कर सकते हैं।

स्पिन विभाग में चयनकर्ताओं ने आर अश्विन और हरभजन के रूप में दो ऑफ-स्पिनर, और बाएं हाथ के स्पिनर के रूप में प्रज्ञान ओझा को शामिल किया है, जिससे किसी भी लेग-स्पिनर की अनुपस्थिति में स्पिन में विविधता आएगी।

इंग्लैंड के खिलाफ पहले और दूसरे टेस्ट के लिए चुनी गई टीम इस प्रकार है - महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर, युवराज सिंह, चेतेश्वर पुजारा, आर अश्विन, उमेश यादव, प्रज्ञान ओझा, अजिंक्य रहाणे, हरभजन सिंह, इशांत शर्मा, मुरली विजय और जहीर खान।

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(इनपुट भाषा से भी)