अलर्ट पर भारी आस्था, टूटे सब रिकॉर्ड, बद्रीनाथ में उमड़ा भक्‍तों का सैलाब

अलर्ट पर भारी आस्था, टूटे सब रिकॉर्ड, बद्रीनाथ में उमड़ा भक्‍तों का सैलाब

कहते हैं भक्ति में शक्ति होती है और इस भक्ति को अगर आप देखना चाहते है, तो चले आईये हिमालय की गोद में बसे उत्तराखंड में। जहां आदि-अनादि काल से चली आ रही चार धाम यात्रा के रिकॉर्ड सरकार और मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी टूट रहे हैं। भक्तो का सैलब ऐसा कि उत्तराखण्ड के वो लोग भी हैरान हो गए है, जिन्होंने 2013 की आपदा के बाद ये सोच लिया था कि पहाड़ में फिर कभी शायद ही रौनक वापस आएगी...

लेकिन आपदा के 3 साल बाद भक्तो ने सब भुला कर भक्ति का रंग भर दिया।  तभी तो सिर्फ 17 दिनों में ही भक्तो की संख्या हजारों पार कर लाखों में पहुच गयी है। जी हां, जहां हुए हादसे में हजारों की संख्‍या में लोग मारे गए, उस जगह के बारे में शायद ही कोई यकीन करे की यहां कभी पानी का शैलाब आया था, जिसने पांच हजार से ज्यदा लोगों की जान ली थी और सेकड़ो को बेघर कर दिया था... पर देश और दुनिया से आने वाले भक्तो ने उन सभी पुरानी यादों को भुला कर यात्रा के न सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है बल्कि उत्तराखंड के पहाड़ो की आर्थिक हालत को ठीक करने का काम किया है।
 
चारों धामों में अब तक पहुंचे भक्‍त

केदारनाथ:  175845
बद्रीनाथ:     272606
गंगोत्री:       152005
यमनोत्री:    102120
हेमकुंड:      20000

अलर्ट के बावजूद टूटे रिकॉर्ड
दिल्ली का मौसम विभाग हो या देहरादून में बैठा सरकारी अमला। हर कोई बारिश की चेतावनी से डरा हुआ है और शायद उनकी परेशानी पिछले 15 दिनों में 8 से ज्यादा बादल फटने की घटनाओं ने बढ़ाई हुई है। फिर भी अलर्ट और बारिश के चलते बद्रीनाथ में नारायण भक्तों की जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है। इस बार 11 मई से शुरू हुई बद्रीनाथ यात्रा ने पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड कर रख दिये हैं। यात्री सड़को पर लंबा जाम होने के बावजूद लोग यहां आ रहे हैं और आने वाले लोगों की संख्या में निरन्तर बढोत्तरी होती जा रही है।

लगा है जाम
बद्रीनाथ हाई वे पर लगी वाहनों की लंबी कतार साफ दिखा रही है कि किस प्रकार से बद्रीनाथ धाम में यात्रियों के आने जाने का सिलसिला जारी है। हालांकि पहाडों में हल्की वर्षा हो रही है। कई जिलों में बादल फटने की खबर है, पर बद्रीनाथ धाम बिल्कुल सुरक्षित है और यहां पर यात्रा में कोई परेशानी नहीं है।

11 बजे तक खुलें हैं मंदिर के द्वार
पहली बार मंदिर के द्वार 11 बजे तक खोले जा रहे हैं। जी हां, बद्रीनाथ धाम में इस बार भक्‍तों की भीड़ और भावनाओं को देखते हुए रात 11 बजे तक मंदिर भक्तों के लिये खुले हैं।


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