JNU छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया गिरफ्तार, कैंपस में पुलिस की मौजूदगी का प्रोफेसरों ने किया विरोध

JNU छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया गिरफ्तार, कैंपस में पुलिस की मौजूदगी का प्रोफेसरों ने किया विरोध

नई दिल्ली: जेएनयू में अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ हुए प्रदर्शन पर सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि इस तरह की गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएगी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, किसी भी प्रकार से भारत माता के अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. जेएनयू के प्रोफेसरों का कहना है कि यूनिवर्सिटी के कैंपस में पुलिस की मौजूदगी से छात्रों के साथ प्रोफेसर भी परेशान हैं। प्रोफेसरों का कहना है कि पुलिस की ऐसी कार्रवाई अभिव्‍यक्ति की स्‍वतंत्रा का हनन है। छात्रों ने वाइस चांसलर के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन भी किया।

  2. प्रोफेसरों का कहना है कि जेएनयू में हमेशा से ही वाइब्रेंट माहौल रहा है। यहां का शिक्षक समुदाय हमेशा लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खतरे को लेकर चिंतित रहता है। उन्‍होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पुलिस की ताजा कार्रवाई अनावश्यक थी। इससे हालात और बिगड़ सकते हैं। पुलिस को इस मामले में इतनी शक्ति देना अच्छा निर्णय नहीं।

  3. राजनाथ सिंह ने कहा, यदि कोई भी भारत-विरोधी नारे लगाता है, देश की एकता और अखंडता पर सवाल उठाने की कोशिश करता है तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

  4. पुलिस ने जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस को इस मामले में 7 से 8 लोगों की तलाश है। उसे देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

  5. इस मामले में स्मृति ईरानी ने कहा कि आज सरस्वती की वंदना का दिन है। मां सबको आशीर्वाद देती है कि उनके कंठ से जो सुर निकले वह राष्ट्र को उन्नति के लिए निकले। भारत माता का जयगान हो। भारत माता का अपमान न हो। यह राष्ट्र कभी सहन नहीं कर सकता।

  6. गृहमंत्री ने कहा कि उन्होंने दिल्ली पुलिस से कहा है कि वह हाल ही में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में भारत-विरोधी गतिविधियों में कथित तौर पर लिप्त रहे लोगों के खिलाफ ‘‘कड़े से कड़ा कदम’’ उठाए।

  7. मंगलवार को जेएनयू परिसर में छात्रों के एक समूह ने एक समारोह आयोजित किया था और संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को वर्ष 2013 में फांसी दिए जाने के मुद्दे पर सरकार एवं देश के खिलाफ कथित तौर पर नारे लगाए थे।

  8. विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इस समारोह के आयोजन की अनुमति रद्द की जाने के बावजूद यह आयोजन किया गया था। यह अनुमति एबीवीपी के सदस्यों की ओर से शिकायत किए जाने के बाद रद्द की गई थी। एबीवीपी सदस्यों ने इस आयोजन को ‘राष्ट्र-विरोधी’ करार दिया था।

  9. भाजपा सांसद महेश गिरी और एबीवीपी की शिकायतों के बाद दिल्ली पुलिस ने कल इस समारोह के सिलसिले में देशद्रोह का मामला दर्ज किया है।

  10. ऐसा पहली बार नहीं है जब जेएनयू कैंपस में अफजल गुरू के समर्थन में कोई कार्यक्रम आयोजित किया गया।

(इनपुट्स भाषा से भी)