कश्मीर मसले पर महबूबा मुफ्ती मिलीं गृहमंत्री से, बोलीं 'वाजपेयी जी की पहल को दोहराने की जरूरत'

कश्मीर मसले पर महबूबा मुफ्ती मिलीं गृहमंत्री से, बोलीं 'वाजपेयी जी की पहल को दोहराने की जरूरत'

नई दिल्ली: कश्मीर में तनाव के बीच आज कर्फ्यू का 31वां दिन है और इस बीच हो रही हिंसा की वारदातों में मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और कहा कि वाजपेयी जी के कार्यकाल में ली गई पहल को दोहराने की जरूरत है.

अहम जानकारियां

  1. बैठक के बाद महबूबा मुफ्ती ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा 'मुझे उम्मीद है कि पीएम मोदी इस वक्त का इस्तेमाल जम्मू कश्मीर के लोगों से संवाद शुरू करने और उनकी समस्याओं को सुनने में करेंगे. जरूरी है कि कश्मीर के लोगों का दिल जीतने के लिए वाजपेयी जी के कार्यकाल में शुरू हुई पहल को दोहराया जाए.'

  2. दिल्ली पहुंची महबूबा ने यह भी कहा कि 'मुझे लगता है कि कश्मीर के लोगों के जख्मों को भरने की, उनसे संवाद करने की जरूरत है. वह हमारे अपने लोग हैं. अगर कश्मीर के लोगों से बातचीत की प्रक्रिया शुरू करने से घाटी के हालात सुधर सकते हैं, तो हमें यह करना चाहिए.' अगर सही तरीके से संवाद प्रक्रिया को शुरू किया जाए तो जम्मू कश्मीर, भारत और पाकिस्तान के बीच एक पुल बन सकता है.

  3. महबूबा मुफ्ती और गृहमंत्री के बीच हुई इस बैठक में रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जीतेंद्र सिंह भी मौजूद थे.

  4. सोमवार को सदन में विपक्ष ने कश्मीर मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए, साथ ही सरकार से मांग की कि संकट की इस स्थिति में सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए.

  5. वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस मुद्दे पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ एक बैठक की है.

  6. राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कहा 'वहां हालात बहुत ही गंभीर है और बड़े अफसोस की बात है कि सरकार बाहर से खड़े बस इसे देख रही है. प्रधानमंत्री जी की ओर से एक शब्द भी नहीं बोल गया है, कश्मीर के लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि पीएम कश्मीर के हालातों पर चुप क्यों हैं.'

  7. लेफ्ट के सीताराम येचुरी ने भी सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने पर ज़ोर दिया. साथ ही प्रदर्शनकारियों पर पैलेट गन के इस्तेमाल पर भी उन्होंने सवाल उठाया.

  8. उधर केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने कहा है कि सरकार कश्मीर पर बात करने के लिए तैयार है लेकिन आज नहीं.

  9. गौरतलब है कि कर्फ्यू की वजह से श्रीनगर की ज्यादातर सड़के सूनसान पड़ी हैं, साथ ही अलगाववादियों ने भी लोगों से सुरक्षाकर्मियो के खिलाफ आवाज़ उठाने की बात कही है. आज अलगाववादियों ने राज्य सरकार के दफ्तरों तक जाने वाली सड़कों को भी ब्लॉक कर दिया.

  10. बता दें कि बीती आठ जुलाई को आतंकी बुरहान वानी सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में मारा गया था. इसके बाद कश्मीर घाटी में भड़की हिंसा में करीब 50 नागिरक मारे गए हैं. वहीं इस दौरान 3300 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं. पिछले हफ्ते शुक्रवार को केंद्र सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई रिपोर्ट के मुताबिक इस हिंसा में 42 नागरिक मारे गए हैं.

  11. इस बीच सोमवार को ही कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास माछिल सेक्टर में एक अभियान में बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए और एक आतंकवादी भी मारा गया. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके में एक अभियान शुरू किया था.

  12. उधर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने जम्मू के पटनीटॉप में 'युवा विचारकों की बैठक' का आयोजन किया जिसके बाद अनौपचारिक रूप से राज्य में शांति की बहाली के लिए सरकार की ओर से एक पहल के शुरू होने की अटकलें लगाई जा रही हैं. इस बैठक में कश्मीर को लेकर संवाद में अलगाववादियों को शामिल किए जाने पर चर्चा होनी थी.

  13. लगातार लगे कर्फ्यू की वजह से सामान्य जन जीवन अस्त व्यस्त है और मोबाइल इंटरनेट सेवा भी ठप पड़ी है. यहां अलगाववादियों ने बंद का ऐलान कर रखा है और कुछ रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी नेताओं ने भी राज्य में विभिन्न रैलियां आयोजित की हैं.