जानिए, क्यों एटम बम के मुकाबले कहीं ज़्यादा खतरनाक होता है हाइड्रोजन बम...

जानिए, क्यों एटम बम के मुकाबले कहीं ज़्यादा खतरनाक होता है हाइड्रोजन बम...

नई दिल्ली: हाइड्रोजन बम के पहले सफल परीक्षण की उत्तरी कोरिया की घोषणा की दुनियाभर में आलोचना हो रही है। वहां के नेता किम जोंग-उन ने पिछले महीने संकेत दिए थे कि उनके परमाणु-संपन्न देश ने हाइड्रोजन बम भी विकसित कर लिया है। उत्तर कोरिया इससे पहले एटम बम के भी तीन परीक्षण कर चुका है।

आइए जानते हैं, एटम बम की तुलना में हाइड्रोजन बम क्यों ज़्यादा खतरनाक है...

  1. एटम बम की तुलना में हाइड्रोजन बम कहीं ज़्यादा शक्तिशाली आणविक हथियार है...

  2. हाइड्रोजन बम से निकलने वाली ऊर्जा एटम बम की तुलना में बेहद ज़्यादा होती है... हाइड्रोजन बम पूरे शहर को एक ही विस्फोट में नेस्तनाबूद कर सकता है...

  3. हाइड्रोजन बम अपनी ऊर्जा अणुओं के विलय (atomic fusion - एटॉमिक फ्यूज़न) से हासिल करता है, जबकि एटम बम अपनी ऊर्जा अणुओं के विखंडन (atomic fission - एटॉमिक फिशन) से हासिल करता है...

  4. आणविक विलयन तथा आणविक विखंडन दो अलग-अलग प्रकार की प्रतिक्रियाएं हैं, जिनसे ऊर्जा निकलती है... विखंडन की प्रक्रिया में प्रत्येक अणु दो या उससे ज़्यादा छोटे और हल्के अणुओं में बंट जाता है...

  5. इसके विपरीत, विलयन के दौरान दो या उससे ज़्यादा छोटे और हल्के अणु मिलकर बड़ा और अधिक भारी अणु बन जाते हैं...

  6. हाइड्रोजन बम में हाइड्रोजन के अणुओं का विलयन इस्तेमाल होता है, इसीलिए इसे हाइड्रोजन बम कहा जाता है...

  7. किसी फ्यूज़न बम को बनाना कहीं अधिक जटिल होता है, क्योंकि इसके लिए कहीं ज़्यादा तापमान - करोड़ों डिग्री सेंटीग्रेड - की ज़रूरत पड़ती है... इस तापमान को पाने के लिए पहले आणविक विखंडन की प्रक्रिया करवाई जाती है, ताकि ज़्यादा ऊर्जा उत्पन्न हो, और फिर उस ऊर्जा के जरिये विलयन शुरू करवाया जाता है... किसी भी फ्यूज़न बम के लिए पहले एक विखंडन उपकरण को चलाया जाना अनिवार्य होता है...

  8. हाइड्रोजन बम को छोटे आकार में बनाया जाना सरल होता है, ताकि उसे मिसाइल में आसानी से फिट किया जा सके...

  9. जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान एटम बम गिराए गए थे, और आज तक कभी किसी भी युद्ध में हाइड्रोजन बम का इस्तेमाल नहीं किया गया है...

  10. यह उत्तरी कोरिया द्वारा किया गया कुल मिलाकर चौथा आणविक परीक्षण है, हालांकि यह पहला फ्यूज़न बम है...