यह ख़बर 01 मार्च, 2013 को प्रकाशित हुई थी

नहीं लुभा पाई 'आई, मी और मैं'...

नहीं लुभा पाई 'आई, मी और मैं'...

खास बातें

  • फिल्म का एक गाना 'दरारें...' मुझे भले ही अच्छा लगा, लेकिन यह फिल्म दर्शकों को लुभा पाएगी, कुछ मुश्किल लगता है... हां, फिल्म का क्लाइमेक्स थोड़ा दिलचस्प है...
मुंबई:

फिल्म 'आई, मी और मैं' कहानी है ईशान, यानि जॉन अब्राहम की, जो एक म्यूज़िक कंपनी में काम करता है, और उसका मूलमंत्र है - 'आई एम द बेस्ट'... ईशान को बचपन से ही उसकी मां के लाड़-प्यार ने बिगाड़ रखा है... फिल्म में ईशान अपनी हर गलती को नकारता है...

ईशान अपनी गर्लफ्रेन्ड अनुष्का, यानि चित्रांगदा सिंह, के साथ रहता है... अनुष्का उससे शादी करना चाहती है, लेकिन ईशान कमिटमेंट से डरता है, और एक ऐसा वक्त आता है, जब वह अनुष्का को छोड़ देता है... इसके बाद उसकी गलतियों का एहसास दिलाने की कोशिश करती है उसकी बहन, जिसका किरदार निभाया है मिनी माथुर ने... मिनी का किरदार फिल्म में अनुष्का की सहेली का भी है, लेकिन अपनी दुनिया में खोए ईशान को किसी की फिक्र नहीं...

इसके बाद उसकी ज़िन्दगी में आती है गौरी, यानि प्राची देसाई... आगे क्या होता है, उसके लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी... फिल्म की कहानी एक लाइन में तो समझ आती है, लेकिन यह आपको भावनात्मक सफर पर ले जा पाएगी, यह कहना मुश्किल है... यह एक 'लाइट हार्टेड' कहानी है, जो तेज़ गति से चलती है, और कब इंटरवल आ जाता है, पता ही नहीं चलता...

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

जॉन के लिए यह किरदार एकदम फिट है, और लगता है, जैसे वह अपना ही किरदार निभा रहे हैं... इसके बावजूद फिल्म में उनकी एक्टिंग करने की कोशिश साफ नज़र आती है, यानि जॉन को अपनी एक्टिंग पर और काम करने की ज़रूरत है... चित्रांगदा और प्राची अपने−अपने किरदारों में अच्छी हैं... मिनी माथुर और जॉन की मां का किरदार भी अच्छा है... फिल्म का एक गाना 'दरारें...' मुझे भले ही अच्छा लगा, लेकिन यह फिल्म दर्शकों को लुभा पाएगी, कुछ मुश्किल लगता है... हां, फिल्म का क्लाइमेक्स थोड़ा दिलचस्प है, और मेरी तरफ से फिल्म को 2.5 स्टार...