यह ख़बर 15 नवंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

मैं अलग हूं, दूसरों-सा दिखने की कोशिश नहीं करती : हुमा कुरैशी

खास बातें

  • अभिनेत्री हुमा कुरैशी अपने करियर से संतुष्ट हैं और फिल्म जगत में अपने आपको बाहरी व्यक्ति के तौर पर नहीं देखती।
नई दिल्ली:

अभिनेत्री हुमा कुरैशी अपने करियर से संतुष्ट हैं और फिल्म जगत में अपने आपको बाहरी व्यक्ति के तौर पर नहीं देखती। पहली दो फिल्मों में अभिनय के लिए हुमा को बहुत सराहना मिली है और फिल्मों के उन्हें अच्छे प्रस्ताव भी मिल रहे हैं।

हुमा मूलत: दिल्ली की रहने वाली हैं। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता मैं कोई बाहरी हूं। अपनी पहली फिल्म की रिलीज से पहले मैं दूसरी फिल्मों के लिए शूटिंग कर रही थी। 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' की शूटिंग के साथ-साथ मैं विशाल भारद्वाज की 'एक थी डायन' की शूटिंग भी कर रही थी और 'लव शव ते चिकन खुराना' के साथ-साथ निखिल आडवाणी की 'द डे' कर रही थी।

हुमा ने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की और वीटा मारी, सफोला तेल, मेडरमा क्रीम, पियर्स साबुन और नेरोलैक पेंट जैसे टीवी विज्ञापनों में काम किया। हुमा कहती हैं, मैं भाग्यशाली मानती हूं कि मुझे शुरू में ही अनुराग कश्यप, विशाल भारद्वाज और निखिल आडवाणी जैसे निर्देशकों के साथ काम करने का मौका मिला है। 26 वर्षीय अभिनेत्री खुद को एक ही तरह के किरदार तक सीमित नहीं करना चाहती।  

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

लुक्स की बात आने पर हुमा कहती है, मैं मानती हूं कि मैं दूसरों से अलग हूं। मैं किसी और की तरह लगने की कोशिश नहीं करती, मैं खुद के साथ ईमानदार हूं। मेरे लिए यह मायने रखता है कि दर्शक मुझे वैसे ही पसंद करते हैं जैसी मैं हूं।