धीमी मगर दिलचस्प फिल्म है 'डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी'

मुंबई:

इस हफ्ते रिलीज़ हुई है 'डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी'। 'डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी' के ज़रिये बंगाली लेखक शरदेंदु बंद्योपाध्याय की कहानियों के किरदार 'ब्योमकेश बख्शी' को जीवंत करने की कोशिश की गई है। दिबाकर बनर्जी ने यशराज फ़िल्म्स के साथ मिलकर फ़िल्म का निर्माण किया है। मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं सुशांत सिंह राजपूत, आनंद तिवारी, स्वास्तिका मुखर्जी, दिव्या मेनन और नीरज काबी ने।

इस फ़िल्म में निर्माता निर्देशक दिबाकर बनर्जी ने आज़ादी से पहले 1942 के कलकत्ता को स्क्रीन पर उतारने की कोशिश की है। फ़िल्म में अजीत यानी आनंद तिवारी अपने लापता पिता को ढूंढने की गुज़ारिश लेकर डिटेक्टिव ब्योमकेश के पास जाता है और फिर ब्योमकेश छानबीन कर एक बहुत बड़े षड्यंत्र का पर्दाफ़ाश करता है। यही है कहानी 'डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी' की।

अब बात करते हैं फ़िल्म की ख़ामियों और खूबियों की। सबसे पहले बात ख़ामियों की। फ़िल्म की रफ्तार धीमी है, इसलिए आपको इसे सब्र से देखने की ज़रूरत है। फ़िल्म में जासूसी ज़रूर है लेकिन आप इससे तेज़ गति की स्पाई थ्रिलर फ़िल्म की उम्मीद ना रखें, क्योंकि फ़िल्म अपनी ही रफ्तार से आगे बढ़ती है। फ़िल्म में बैकग्राउंड स्कोर का इस्तेमाल थोड़ा और हुआ होता तो अच्छा होता और शायद फ़िल्म की गति ज़्यादा धीमी नहीं लगती।

फ़िल्म बनाने के ढंग की बात करें तो ये मुझे एक डार्क फ़िल्म लगी जिसके कारण आप शायद कई सीन्स ना समझ पाएं। फ़िल्म की कहानी के कई पहलू आपको उलझे हुए लग सकते हैं। मसलन, फ़िल्म के खलनायक को पुलिस क्यों नहीं पकड़ने आती? ब्योमकेश की जिंदगी में स्वास्तिका मुखर्जी यानी अंगूरी देवी की एंट्री ब्योमकेश को भटकाती है पर फिर वह उसे सच क्यों बताती है, ऐसे सीन्स में शायद आप दिमागी तौर पर उलझ जाएं। फ़िल्म में कई मोड़ लेखक की सहूलियत को दर्शातें हैं।

यह तो थीं फ़िल्म की खामियां अब बात खूबियों की। सिनेमेटोग्राफ़र निकोस और आर्ट डायरेक्टर की तारीफ़ यहां ज़रूरी है। अगर आपको ठहराव वाली फ़िल्में पसंद हैं तो शायद आप अंत तक फ़िल्म देखते रहेंगे। फ़िल्म में सुशांत का काम अच्छा है। बाकी एक्टर्स भी पर्दे पर अपना रोल बखूबी निभाते हैं।

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दिबाकर ने किरदारों को फ़िल्म में काफ़ी अच्छे से गढ़ा है। तो अगर आप 'डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी' के फ़ैन हैं तो ये फ़िल्म आपके लिए बनी है। मेरी तरफ़ से फ़िल्म को 3 स्टार्स...