यह ख़बर 03 जुलाई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

सफलता के लिए कोई मंत्र नहीं : माधुरी दीक्षित

खास बातें

  • माधुरी ने कहा कि व्यक्ति को सकारात्मक रहना चाहिए और अच्छा काम करते रहना चाहिए। व्यक्ति को आगे बढ़ते रहना चाहिए और बहुत अधिक नहीं सोचना चाहिए।
मुंबई:

1980 और 1990 के दशक में युवा दिलों पर राज करने वाली अभिनेत्री माधुरी दीक्षित ने कहा कि सफलता का कोई निर्धारित फार्मूला नहीं है।

माधुरी ने एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा, मेरा मानना है कि सफलता का कोई मंत्र नहीं है। व्यक्ति को सकारात्मक रहना चाहिए और अच्छा काम करते रहना चाहिए। व्यक्ति को आगे बढ़ते रहना चाहिए और बहुत अधिक नहीं सोचना चाहिए।

इससे पहले माधुरी दीक्षित ने बताया था कि उनके करियर की शुरुआत के दौरान लोग उन्हें हतोत्साहित करते थे कि वे बॉलीवुड में अपनी जगह नहीं बना पाएंगी।

माधुरी ने कहा, एक महिला होने के नाते आपको किसी न किसी मुश्किल से होकर गुजरना ही पड़ता है। जब मैंने बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की थी तो कई लोगों ने मुझसे कहा कि मैं इसे नहीं कर सकती, यह एक अच्छी जगह नहीं है, मैं इंडस्ट्री में अपनी जगह नहीं बना सकती। लेकिन उस समय मुझे खुद पर यकीन था। मैंने काम किया और सबके सामने यह साबित कर दिया कि मैं कर सकती हूं।

माधुरी ने कहा, जब आप चुनौती को स्वीकार करने के लिए खुद को लगा देते हैं तब आपको अपनी ताकत का अंदाजा होता है। वर्ष 1984 में फिल्म ‘अबोध’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली माधुरी को वर्ष 1988 में आई ‘तेजाब’ से शोहरत मिली। इसके बाद इन्होंने ‘राम लखन’, ‘बेटा’, ‘दिल’, ‘साजन’, ‘हम आपके हैं कौन’ और ‘दिल तो पागल है’ जैसी हिट फिल्में दीं।

वर्ष 1999 में उन्होंने अमेरिका आधारित सर्जन श्रीराम नेने से विवाह कर लिया। इसके बाद वर्ष 2002 में संजय लीला भंसाली की ‘देवदास’ की। इसके बाद उन्होंने फिल्मों से ब्रेक लिया और फिर वर्ष 2007 में आदित्य चोपड़ा के होम प्रोडक्शन की ‘आजा नचले’ से वापसी की।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

माधुरी अब नए निर्देशक सौमिक सेन की आगामी फिल्म ‘गुलाबी गैंग’ में नजर आएंगी। इस फिल्म में उनके साथ जूही चावला, माही गिल, शिल्पा शुक्ला भी हैं। इसके अलावा वे विशाल भारद्वाज की ‘डेढ़ इश्किया’ में नजर आएंगी।