यह ख़बर 09 अप्रैल, 2013 को प्रकाशित हुई थी

महिला पुलिस की संवेदनहीनता : रेप की शिकार 10 साल की बच्ची को हवालात में डाला

खास बातें

  • एसएसपी गुलाब सिंह ने थाना प्रभारी गयाश्री तथा एक अन्य सीनियर इंस्पेक्टर का तबादला कर दिया है, और दो कॉन्सटेबलों को सस्पेंड भी किया गया है। बच्ची को उसकी मां के पास घर भेज दिया गया है।
बुलंदशहर:

देश की राजधानी दिल्ली से कुछ ही दूरी पर बुलंदशहर में महिला पुलिस पर ही संवेदनहीनता का आरोप लगा, जब उन्होंने बलात्कार की शिकायत लेकर आई एक 10 साल की दलित बच्ची को ही हवालात में बंद कर दिया।

बताया जाता है कि रविवार की रात को यह बच्ची अपनी मां के साथ महिला थाने में पहुंची, और बताया कि गांव के ही एक 24-वर्षीय युवक ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया, और बच्ची को उसकी मां के साथ मेडिकल चेकअप के लिए स्थानीय अस्पताल में भेज दिया गया।

सोमवार सुबह जब बच्ची और उसकी मां थाने वापस आए, महिला पुलिस अधिकारियों ने कथित रूप से मां को थाने से निकाल दिया, और बच्ची को हवालात में बंद कर दिया। इसके बाद एक स्थानीय फ्रीलांस पत्रकार मामले की जानकारी मिलने पर थाने पहुंचा, और हवालात में बंद बच्ची का वीडियो रिकॉर्ड करने में कामयाब हो गया।

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यह पत्रकार इसके बाद जिले के शीर्षस्थ पुलिस अधिकारी के पास पहुंचा और मदद मांगी, हालांकि थाने की प्रभारी श्रीमती गयाश्री चौहान ने वीडियो प्रमाण होने के बावजूद इस बात का खंडन किया है कि बच्ची को हवालात में बंद किया गया था। बहरहाल, पुलिस के सीनियर सुपरिन्टेन्डेन्ट गुलाब सिंह ने सज़ा के तौर पर गयाश्री तथा एक अन्य सीनियर इंस्पेक्टर का सोमवार शाम को तबादला कर दिया। इन दोनों के अतिरिक्त दो कॉन्सटेबलों को सस्पेंड भी किया गया है, और बच्ची को उसकी मां के पास घर भेज दिया गया है।