5 साल की बच्ची से रेप मामला : पुलिसवालों पर कार्रवाई, नेताओं पर क्यों नहीं?

नई दिल्ली:

मुंबई के वडाला इलाके में पांच साल की बच्ची को बलात्कार के बाद, पुलिस अस्पताल पहुंचाने में नाकाम रही, क्योंकि दो थाने पहले ये सुलझाना चाहते थे कि अपराध किसी की हद में हुआ है, मामले में महाराष्ट्र की बालविकास मंत्री पंकजा मुंडे का कहना है कि सिर्फ महिला होने की वजह से हर मामले में जवाब उनका मंत्रालय नहीं दे सकता, ये गृहविभाग का काम है। सवाल है जब संवेदनहीनता के आरोप में पुलिस पर कार्रवाई हो सकती है तो नेता पर क्यों नहीं?
 
महाराष्ट्र के बीड़ ज़िले में एनडीटीवी ने जब पंकजा मुंडे से मुंबई के वडाला इलाके में 5 साल की बच्ची के साथ हुए बलात्कार के मामले में सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, " अगर आप हर बात में महिला के इर्दगिर्द घुमेंगे तो आप मेरे पास आएंगे, महिला बालविकास मंत्रालय का रोल इसमें वैसे नहीं आता है, अगर वह नाबालिग है तो इसमें हमारी तरफ से एक मदद जाती है, ये गृहविभाग की तरफ जाता है। वैसे बाद में उन्होंने अपने बयान को संभालने की कोशिश करते हुए कहा कि पीड़ित के इलाज में या दूसरी मदद में जो भी कोताही बरतेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।

मुंबई के वडाला इलाके में 5 साल बच्ची को पहले अस्पताल पहुंचाने के बजाए, पुलिस स्टेशन की हद तय करने में जुटे दो आरोपी पुलिसकर्मी असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर संजीव निंबालकर और एपीआई झवरे को सरकार ने निलंबित कर दिया है। पुलिस के पास आरोपी की सीसीटीवी तस्वीरें हैं, उसका स्केच भी तैयार कर लिया गया है, लेकिन वह पुलिस की गिरफ्त में अब तक नहीं आया, उधर, अस्पताल में पीड़ित बच्ची की हालत नाज़ुक बनी हुई है।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

उधर,बच्ची से रेप कुर्ला के नेहरू नगर में भी, 4 साल की एक और बच्ची के साथ बलात्कार का मामला सामने आया है, उसे भी सायन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। अस्पताल में बच्चियों को देखने के बाद शिवसेना नेता नीलम गोरहे ने कहा " बच्ची की हालत में सुधार आया है, लेकिन फिर भी वह पूरी तरह से ठीक नहीं हुई है।