अफ्रीकी मूल के लोगों पर कथित हमले के मामले में सरकार हुई सख्त, पांच लोग अरेस्ट किए गए

अफ्रीकी मूल के लोगों पर कथित हमले के मामले में सरकार हुई सख्त, पांच लोग अरेस्ट किए गए

छह अफ्रीकी मूल के लोगों पर हमले के मामले में सरकार गंभीर...

नई दिल्ली:

राजधानी दिल्ली के दक्षिणी हिस्से में बसे महरौली इलाके में गुरुवार की रात छह अफ्रीकी मूल के लोगों पर कथित तौर पर हमले के मामले में सरकार ने बेहद सख्त रुख अपनाया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के इन कथित हमलों को गंभीलता से लेने के बाद पुलिस ने संबंधित मामलों में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया और तीन अन्य को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने मामले में अपनी जांच तेज कर दी है हालांकि यह भी कहा है कि ये मामले नस्लभेद से जुड़े नहीं हैं।

इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह और दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग से बात की थी। सुषमा ने इस बातचीत के बाद कहा कि उन्हें गृह मंत्री की ओर से दोषियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन मिला है। इसके बाद राजनाथ सिंह ने पुलिस कमिश्नर से बात भी की और ट्वीट करके कहा- इस तरह की घटनाएं निंदनीय हैं। पुलिस कमिश्नर को हमलावरों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई और सुरक्षा के लिए इन इलाक़ों में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने का निर्देश दिया है।


वहीं दिल्ली की सत्तासीन पार्टी आप के नेता दिलीप पांडे ने कहा कि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है यह मामला। मैं निवेदन करुंगा कि पुलिस दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे और उन्हें सलाखों के पीछे डाले।

पुलिस का कहना है- हमला नस्लभेदी नहीं था
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) ईश्वर सिंह ने कहा, ‘हमने दक्षिण दिल्ली से दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया और तीन अन्य को हिरासत में लिया है।’ बता दें कि आरोप है कि अफ्रीकी मूल के लोगों पर क्रिकेट के बैट और छड़ों से वार किया गया। पुलिस ने तीन अलग अलग मामले दर्ज कर लिए हैं। कुछ लोगों को हिरासत में भी ले लिया गया है लेकिन उनका कहना है कि यह किसी भी प्रकार से नस्लभेदी हमला नहीं है और न ही यह पूर्वनियोजित था। पुलिस के मुताबिक, हमला गुरुवार रात हुआ। इस एरिया में अफ्रीकी मूल के करीब 300 लोग रहते हैं।

'संवेदनशील' बनाने के लिए सरकार लाएगी कैंपेन...
इस मामले में सुषमा स्वराज ने संज्ञान लिया और दिल्ली गवर्नर व गृह मंत्री से बात की। उन्होंने ट्वीट करके कहा- जिन इलाकों में अफ्रीकी मूल के लोग रहते हैं उन जगहों पर लोगों को उनके प्रति संवेदनशील बनाने के लिए कैंपेन लॉन्च किया जाएगा।

इन- इन पर हुए कथित तौर पर हमले...
पिछले हफ्ते कांगो के रहने वाले एक 29 साल के शख्स मसोंदा वसंत कुंज इलाके में ऑटो रिक्शा लेते समय किसी बहस के बाद इतना पीटा गया कि उसकी मौत हो गई।

एक अन्य अफ्रीकी मूल के शख्स जोकि नाइजीरिया के बताए जा रहे हैं, का दावा है कि उन्हें क्रिकेट के बैट से मारा। गुरुवार रात लोगों के एक समूह ने उन्हें तब मारा जब वह अपने चार महीने के बेटे और बीवी के साथ घर की ओर लौट रहे थे।

नाइजीरिया के ही एक अन्य शख्स, जिनकी उम्र 32 साल है, का कहना है कि वह ऑटो रिक्शा में थे और पास के चर्च में जा रहे थे जब उन पर कुछ स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया और बैट से हमला किया। आरोप है कि उन्हें पत्थर से भी मारा गया और वे बुरी तरह चोटिल हो गए। उन्होंने कहा- वे मुझसे धक्का मुक्की करते रहे और मैं मदद के लिए चिल्लाता रहा और पूछता रहा कि आखिर वे ऐसा कर क्यों रहे हैं। बाद में यह ग्रुप अपने दोस्त की कार में भाग निकला।
 

पुलिस का क्या है कहना...
डीसीपी (साउथ) ईश्वर सिंह का कहना है- ये पूर्वनियोजित हमले नहीं हैं। इन हमलों में नस्लभेद का मामला नहीं है। ऐसा नहीं है कि अफ्रीकी मूल के लोगों को लेकर कोई जन आंदोलन हो रहा हो। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये घटनाएं अलग अलग जगहों पर अलग अलग लोगों द्वारा और अलग अलग कारणों से अंजाम दी गईं। उन्होंने कहा कि किसी भी पीड़ित शख्स ने शिकायत दर्ज नहीं करवाई है लेकिन उन्होंने अपनी ओर से मामले दर्ज किए हैं।

(भाषा से  भी इनपुट)

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