'आप' का क्या होगा : अब केजरीवाल का कांग्रेस विधायकों को तोड़ने से जुड़ा टेप जारी

नई दिल्ली:

'आप' में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब आम आदमी पार्टी पार्टी के पूर्व विधायक राजेश गर्ग और अरविंद केजरीवाल के बीच बातचीत का एक टेप लीक हुआ है, जिसमें केजरीवाल कांग्रेसी विधायकों को तोड़ने की बात कर रहे हैं हालांकि गर्ग ने कहा कि ये टेप उनकी ओर से मीडिया में जारी नहीं किया गया है और इसको उन्होंने कुमार विश्वास को दिया था।

एनडीटीवी की ओर से इस टेप की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं की जा रही है, लेकिन 'आप' नेताओं की ओर से इस टेप को झूठा भी नहीं बताया जा रहा है। राजेश गर्ग ने दावा किया है कि ये टेप और बातचीत बिल्कुल सही और सच्चे हैं।

उधर, अंजलि दमानिया ने आम आदमी पार्टी छोड़ दी है। वह इस टेप को लेकर काफी दुखी हैं, जिसें आम आदमी पार्टी के एक पूर्व विधायक ने जारी किया है और उसमें अरविंद की आवाज़ है हालांकि यही अंजलि दमानिया 7 मार्च को इस बात से दुखी थीं कि अरविंद पर क्यों हमले हो रहे हैं? वहीं कुमार विश्वास ने ट्वीट करके कहा है कि ये पहला अवसर नहीं है। सत्य की लड़ाई में ऐसे भीषण मौके 4 साल में अनेकों आए और मुंह की खाकर गए। आखिरकार सच ही जीतेगा।

बात यहीं खत्म नहीं हो रही है। योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण भी अरविंद केजरीवाल पर लगातार हमले कर रहे हैं।
बुधवार को योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण ने एक चिट्ठी जारी की, जिसमें उन्होंने भी दूसरे गुट पर हमला बोला।

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योगेन्द्र-प्रशांत ने चिट्ठी में लिखा है कि
-लोकसभा चुनाव के बाद अरविंद कांग्रेस का साथ चाहते थे
-कांग्रेस के समर्थन से दोबारा सरकार बनाना चाहते थे
-समझाने-बुझाने के बावजूद अरविंद और कुछ साथी अड़े रहे
-उप-राज्यपाल को चिट्ठी लिखी गई, सरकार बनाने की कोशिश हुई
-सरकार बनाने की कोशिश नवंबर महीने तक चलती रही
-हम दोनों ने संगठन के भीतर हर मंच पर विरोध किया
-लोकसभा में हार के बाद मांग उठी कि पीएसी के सभी सदस्य इस्तीफ़ा सौंपे
-अरविंद को नई पीएसी बनाने की छूट देना चाहते थे सिसोदिया, संजय और आशुतोष
-हम दोनों ने इसका कड़ा विरोध किया, योगेन्द्र ने इस्तीफ़े की पेशकश भी की
-ऐसे लोगों को टिकट दिए जिन पर संगीन आरोप थे
-सांप्रदायिक पोस्टर लगाने वाले अमानतुल्लाह को टिकट दिया
-पोस्टर विवाद के बाद अरविंद ने अमानतुल्लाह की गिरफ़्तारी की मांग की थी
-संयोजक का पद न तो मुद्दा था, न है
-26 फ़रवरी को अरविंद के इस्तीफ़े के ख़िलाफ़ वोट दिया
-26 फ़रवरी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हमने कुछ प्रस्ताव रखे
-दो करोड़ वाले चेक और उम्मीदवार के शराब रखने के आरोप की जांच का प्रस्ताव रखा
-हमने संस्थागत मुद्दों को उठाया और बदले में हमें मनगढ़ंत आरोप मिले
-पिछले 10 महीनों में कई मुद्दों पर अरविंद और हमारे मतभेद पैदा हुए
-हम चुप रहते तो लगता कि आरोपों में कुछ न कुछ सच्चाई है