केजरीवाल ने कहा, अलग-अलग दल भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, जहां किसानों की भीड़ जुट रही है, इसका मतलब है कि किसान अपनी बात मोदी सरकार तक पहुंचाना चाहता है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करके किसानों को 50 प्रतिशत मुनाफा देना शुरू कर दे तो किसान आत्महत्या करना छोड़ देंगे। उन्होंने किसानों का आह्वान करते हुए कहा, इस वक्त जरूरत है कि पूरे देश के किसान एकजुट हो जाएं।
केजरीवाल ने कहा, हमारी तीन मांगे हैं। उन्होंने कहा, किसानों की जमीन उनकी मर्जी के बगैर नहीं ली जा सकती, यही नहीं उन्हें बेमौसम बारिश और ओलावृष्ठि के कारण हुए नुकसान के लिए उचित मुआवजा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, फसल बर्बाद होने पर इतना मुआवजा मिले कि अगली फसल तक अपना भरणपोषण हो सके। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने 50 हजार प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा दिए जाने की मांग की।
रैली की शुरुआत जंतर-मंतर पर हो रही है, जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने समर्थकों को संबोधित किया और फिर वे यहां से सीधे अस्पताल गए। जहां उनकी रैली में पेड़ से लटककर आत्महत्या करने की कोशिश करने वाले किसान गजेंद्र को ले जाया गया था। अस्पताल ले जाए जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इससे पहले केंद्र पर निशाना साधते हुए आप प्रवक्ता संजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी किसानों के लिए इस ‘घातक कानून’ के खिलाफ पुरजोर विरोध करेगी। पार्टी ने कहा कि छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब, हरियाणा, ओडिशा, बुंदेलखंड और पूर्वांचल से किसान इस रैली में शामिल होंगे।
संजय सिंह ने कहा, ‘‘बीजेपी का कहना है कि उसने अधिनियम में जरूरी बदलाव किए हैं। यह कुछ नहीं बल्कि एक मजाक है। बीजेपी को सत्ता में आने के नौ महीनों बाद ही इस अधिनियम के प्रावधानों में बदलाव के लिए किस चीज ने विवश किया। यह कुछ नहीं, बल्कि अपने कुछ उद्योगपति दोस्तों को फायदा पहुंचाने का कदम है।’’
AAP नेता कुमार विश्वास ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘वह छुट्टी और मनोरंजन दौरे से आ गए हैं। अब यह नेता किसानों के कल्याण के बारे में बात कर रहे हैं। उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि हरियाणा में रॉबर्ट वाड्रा को कैसे फायदा पहुंचाया गया।’’