अब राजनीति की मुख्यधारा में आएंगी 'द्रौपदी'

कोलकाता: टीवी पर प्रसारित हुए पौराणिक धारावाहिक 'महाभारत' में निभाए गए अपने किरदार से हर घर में द्रौपदी के रूप में पहचानी जाने वाली रूपा गांगुली अब राजनीति में अपने पैर जमाने की कोशिशों में लगी हुई हैं। उन्होंने मुख्यधारा की राजनीति में पहचान बनाने के लिए जद्दोजहद शुरू कर दी है।

रूपा को बीजेपी ने 18 अप्रैल को होने वाले कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के चुनाव के लिए पार्टी के चेहरे के रूप में पेश किया। लेकिन रूपा का नाम शहर की मतदाता सूची में नहीं था, इस कारण उन्हें चुनाव से दूर रहने के लिए कहा गया। निगम चुनावों में भाग लेने के लिए उम्मीदवार का नाम मतदाता सूची में होना जरूरी है।

रूपा को हालांकि लगता है कि उनकी अनुपस्थिति से चुनाव में बीजेपी की संभावनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इस चुनाव को पार्टी अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए अभ्यास के तौर पर देख रही है।

रूपा ने कहा, "पिछले 25 सालों में मैंने सभी तरह के किरदार अदा किए हैं, और जो कुछ भी मैंने हासिल किया है उससे मैं बहुत खुश हूं। अब समय आ गया है कि मैं राजनीतिक कार्यकर्ता के तौर पर काम करूं।"

अभिनेत्री से राजनेता बनीं रूपा ने कहा, "मैं यहां पर राजनीति में करियर बनाने के लिए नहीं आई हूं। बल्कि मैं अपनी पहचान एक ऐसे कार्यकर्ता के रूप में बनाना चाहती हूं जिसे गरीब और वंचित तबके के लिए काम करने के रूप में देखा जाए।"

रूपा ने 1985 में अनिल कपूर के साथ फिल्म 'साहेब' से रुपहले पर्दे पर कदम रखा था। उन्होंने कहा, "हाल ही में मैंने कई फिल्मों की पेशकश ठुकराई है। चूंकि मुझे स्वयं को बनाए रखना है, इसलिए मैं एक साल में दो-तीन फिल्में करती हूं। लेकिन मुझे नहीं लगता कि मेरे पास इससे ज्यादा फिल्मों में काम करने का समय है। मेरे लिए अब समय आ गया है कि मैं लोगों को उनके प्यार का कर्ज चुकाऊं और उनके लिए काम करूं।"

गांगुली को राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है। उन्हें बंगाली फिल्म 'अभोशेशे' में गाने के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला प्लेबैक सिंगर का पुरस्कार मिला था। तृणमूल कांग्रेस पर मतदाता सूची से नाम हटाने का आरोप लगाते हुए रूपा ने कहा कि वास्तव में यह उनकी पार्टी के लिए वरदान साबित होगा।

उन्होंने कहा, "अगर मैं चुनाव लड़ रही होती, तो मुझे उस वार्ड पर ध्यान केंद्रित करना पड़ता, जहां से मैं उम्मीदवार होती। लेकिन अब मैं सभी 144 वार्डों की जनता तक पहुंच सकती हूं और उनकी समस्याएं जान सकती हूं।

रूपा वार्ड संख्या 96 से चुनाव लड़ रही थीं, लेकिन आखिरी समय में पार्टी को उनकी जगह दूसरा प्रत्याशी उतारना पड़ा। पार्टी ने सर्बरी मुखर्जी को रूपा के स्थान पर उतारा है। सर्बरी भी अभिनेत्री से राजनेता बनी हैं।

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रूपा ने कहा, "लोग तृणमूल कांग्रेस से तंग आ चुके हैं और बदलाव के लिए मोदी व बीजेपी की ओर देख रहे हैं। उन्होंने तृणमूल को भी बदलाव के लिए चुना था, लेकिन उन्हें मिला कुछ नहीं।"