कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे
नई दिल्ली: "घर में बातचीत के दौरान एक बार पत्नी किरण ने मुझसे पूछा कि क्या हमें भारत छोड़ देना चाहिए। किरण का ये बयान मेरे लिए काफ़ी चौंकाने वाला था। किरण जो हाल के दिनों में बन रहे वातावरण से डरी हुई थीं और बच्चे की सुरक्षा के प्रति चिंतित थी। वो रोज़ाना अख़बार पढ़ते वक़्त भी सहमी रहती थी और ये सारी बातें संकेत दे रही हैं कि एक अशांति का माहौल बन रहा है और इसके चलते एक तरफ़ तो आप चिंतित होते हैं और दूसरी तरफ़ सचेत हो जाते हैं", फिल्म अभिनेता आमिर खान के इस बयान से देश में असहनशीलता पर बहस फिर तेज़ हो गई है।
नकवी का बयान
आमिर खान के सवालों पर एनडीए सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने जवाब देने में देर नहीं की। नकवी ने एनडीटीवी से कहा, "हम आमिर खान को देश छोड़ने नहीं देंगे। वो देश में सुरक्षित हैं।" हालांकि नकवी ने ये भी कहा, "देश ने आमिर खान को काफी सम्मान दिया है। इस तरह कि किसी राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रसित अभियान से प्रभावित होकर दिया गया ये बयान देश के लोगों ने उन्हें जो सम्मान दिया है उसका अपमान है"।
शाहनवाज की प्रतिक्रिया
जवाब पार्टी की तरफ से भी आया। प्रवक्ता शाहवनाज़ हुसैन ने आमिर खान की जमकर आलोचना की। कहा कि आमिर खान डर रहे हैं या डरा रहे हैं। लेकिन आमिर खान के बयान ने विपक्ष को असहनशीलता के मुद्दे पर सरकार पर हमला करने का नया मौका दे दिया। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "आमिर के समर्थन में राहुल गांधी सरकार और मोदी जी पर सवाल उठाने वालों को देशद्रोही करार देने से बेहतर होगा कि सरकार लोगों से बात कर समझने की कोशिश करे कि उन्हें क्या परेशान कर रहा है"।
कांग्रेस की मांग
अब कांग्रेस लोकसभा में असहनशीलता पर बहस चाहती है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में चर्चा के लिए नोटिस दे दिया। खड़गे ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि नियम 193 के तहत इसे एडमिट कर लिया जाएगा"।
जेडीयू और सीपीएम पहले ही कर चुकी है मांग
जेडीयू के प्रधान महासचिव और सीपीएम महासचिव सीताराम येचूरी पिछले हफ्ते ही राज्य सभा में असहनशीलता पर बहस के लिए नोटिस दे चुके हैं। केसी त्यागी ने मंगलवार को कहा, "आमिर खान और उनकी पत्नी की चिंता पूरे राष्ट्र की चिंता है"।
आज ना आमिर खान देश छोड़ रहे हैं और ना उन्हें देश छोड़ने को कहा जा रहा है। महत्वपूर्ण ये है कि आमिर खान ने देश में संवाद और बहस को लेकर बढञ रही असहनशीलता पर जो सवाल उठाए हैं...सरकार को आने वाले दिनों में उन सवालों पर गंभीरता से विचार करना होगा।