यह ख़बर 05 नवंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर में फिर आई खामी

नई दिल्ली:

एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमानों के नए बेड़े को लेकर उसकी समस्याएं समाप्त नहीं हो रहीं और लंदन से उड़ान भरने वाले ऐसे ही एक विमान को कॉकपिट में चेतावनी लाइटों के जलने तथा ब्रेकों में खामी आने का संकेत मिलने के बाद आपातकालीन स्थिति में यहां उतारा गया।

इस घटनाक्रम से पहले एक और अत्याधुनिक बोइंग 787 विमान ने भय की स्थिति पैदा कर दी थी जब कल मेलबर्न में उतरते वक्त कॉकपिट में इसके एक विंडशील्ड में दरार आ गई थी।

ताजा घटना में सोमवार को लंदन से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाले एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमान एआई-116 को चेतावनी लाइटें जलने के बाद आपात स्थिति में यहां आईजीआई हवाईअड्डे पर उतारा गया।

विमान में कुल 174 यात्री और चालक दल के 10 सदस्य सवार थे।

अधिकारियों के मुताबिक पायलटों ने एहतियातन कदम उठाते हुए हवाईअड्डे पर आपात लैंडिंग की इजाजत मांगी। विमान को देर रात के बाद करीब 2:22 मिनट पर रनवे-28 पर सुरक्षित उतारा गया।

अधिकारियों ने बताया कि बाद में जब विमान की जांच की गई तो ब्रेक प्रणाली में कोई खामी नहीं मिली। संदेह है कि इलेक्ट्रानिक पैनल में कुछ समस्या हो सकती है।

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के सूत्रों ने कहा कि उसे दोनों घटनाओं पर एयर इंडिया से जांच रिपोर्ट प्राप्त होने का इंतजार है।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय, डीजीसीए और एयर इंडिया इन घटनाओं के मद्देनजर अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग के साथ लगातार संपर्क में हैं। भारत में बोइंग की एक टीम एयर इंडिया के इंजीनियर स्टाफ के साथ संपर्क में है।

बोइंग की एक प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी को इस विषय की जानकारी है और इस मामले में एयर इंडिया के साथ मिलकर काम किया जा रहा है।

प्रवक्ता ने कहा कि ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भरने के लिहाज से फिट हैं। हालांकि विमानों में लगातार आ रहीं खामियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं कहा। अधिकारियों ने ताजा खबरों का जिक्र करते हुए कहा कि मेलबर्न में विमान में दरार वाली विंडशील्ड की जगह नयी विंडशील्ड लगाई जा रही है। विमान आज शाम तक यहां लौट सकता है।

एक शीर्ष अधिकारी ने नाम नहीं जाहिर होने का अनुरोध करते हुए कहा कि नए विमानों में विंडशील्ड में दरार या एक ओवन के अधिक गर्म होने जैसी सभी समस्याएं एक दूसरे से संबंधित नहीं हैं और इन्हें लेकर सुरक्षा संबंधी बड़ी चिंता की बात नहीं है।

अधिकारी ने कहा कि अगर ये घटनाएं आपस में जुड़ी होतीं तो चिंता की बात होती। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जापानी विमानन कंपनियों द्वारा संचालित दो विमानों में जनवरी में बैटरी में आग जैसी घटनाओं के बाद चार महीने तक दुनियाभर में सभी ड्रीमलाइनर विमानों को खड़ा कर दिया गया था।

एयर इंडिया के एक वरिष्ठ पायलट ने भी नाम नहीं जाहिर होने की शर्त पर कहा कि ये खामियां शुरुआती हैं।

उन्होंने कहा कि विंडशील्ड में दरार आने जैसी दिक्कत किसी भी विमान में और यहां तक कि एयरबस शृंखला के विमानों में भी आ सकती है। इसके पीछे तापमान में परिवर्तन, हवा के दबाव या बिजली संबंधित कोई गड़बड़ी जैसे कारण हो सकते हैं।

पायलट ने कहा कि बोइंग 787 विमानों को संचालित करने के लिए उन्हें उड़ाने की, रखरखाव की और इंजीनियरिंग की नई प्रक्रियाएं तय की गयी हैं। एयर इंडिया के बेड़े में ऐसे नौ विमान हैं। विमानन कंपनी ने 27 ड्रीमलाइनरों का ऑर्डर दिया है और बाकी के 18 अत्याधुनिक विमान 2015 तक उसके बेड़े में शामिल हो सकते हैं।

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बोइंग के अधिकारियों का दावा है कि ड्रीमलाइनर फिलहाल सबसे ज्यादा प्रौद्योगिकी वाला आधुनिक विमान है।