अमित शाह 3 साल के लिए फिर चुने गए बीजेपी अध्यक्ष, पीएम मोदी और राजनाथ की बधाई

अमित शाह 3 साल के लिए फिर चुने गए बीजेपी अध्यक्ष, पीएम मोदी और राजनाथ की बधाई

अमित शाह (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

अमित शाह को एक बार फिर से बीजेपी की कमान सौंप दी गई है। उन्हें सर्वसम्मति से अगले तीन साल के लिए पार्टी का अध्यक्ष चुना गया। अमित शाह की बतौर बीजेपी अध्यक्ष ताजपोशी की औपचारिकता रविवार को पूरी कर ली गई। इससे पहले बीजेपी के नए अध्यक्ष के लिए रविवार सुबह उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल किया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद भरोसेमंद माने जाने वाले शाह को पिछले साल उस वक्त अध्यक्ष चुना गया था, जब राजनाथ सिंह केंद्र में मंत्री बना दिए गए थे। इस मौके पर बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री उपस्थित रहे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी अध्यक्ष के तौर पर पुन: चुने जाने पर रविवार को अमित शाह को बधाई दी और विश्वास जताया कि पार्टी उनके नेतृत्व में नई ऊंचाइयों को छूएगी। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'अमित शाह को बीजेपी अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई। मुझे विश्वास है कि पार्टी उनके नेतृत्व में नई ऊंचाइयों को छूएगी।'


उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'अमित भाई में जमीनी स्तर पर कामकाज और समृद्ध सांगठनिक अनुभव दोनों का समावेश हैं जिससे पार्टी को अत्यधिक लाभ मिलेगा।'
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष के रूप में अमित शाह के दोबारा निर्वाचन के बाद उन्हें बधाई देते हुए कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि शाह पार्टी को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे। सिंह ने ट्वीट कर कहा, 'बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में शाह के दोबारा निर्वाचन पर उन्हें हार्दिक बधाई। वह पार्टी के सफलतम अध्यक्ष रहे हैं।'
उन्होंने कहा, 'मुझे पूरा विश्वास है कि अमित शाह के नेतृत्व में पार्टी विकास के पथ पर अग्रसर होगी और नई ऊंचाइयों और उपलब्धियों को हासिल करेगी।'
शाह अगले तीन साल के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहेंगे। इस मौके पर बीजेपी संसदीय बोर्ड के सभी सदस्य और तमाम केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार रात बीजेपी के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारियों को डिनर के लिए अपने निवास पर आमंत्रित किया था।

शाह के अध्यक्ष रहते बीजेपी महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और जम्मू-कश्मीर की सत्ता पर काबिज हुई, लेकिन दिल्ली और बिहार के विधानसभा चुनावों में उसे करारी हार का सामना भी करना पड़ा।

बहरहाल, पार्टी सूत्रों ने इस बात पर जोर दिया कि उनके 'ऊर्जावान और केंद्रित रहने वाले' नेतृत्व ने संगठन को मजबूत किया है।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

इनपुट भाषा से