यह ख़बर 04 अक्टूबर, 2011 को प्रकाशित हुई थी

कांग्रेस को वोट न देने की अपील करेंगे अन्ना हजारे

खास बातें

  • अन्ना ने चेतावनी दी कि यदि कांग्रेस शीतकालीन सत्र में भ्रष्टाचार विरोधी विधेयक पारित कराने में विफल रहता है तो वह कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करेंगे।
रालेगन सिद्धि:

अन्ना हजारे ने लोकपाल मुद्दे पर मंगलवार को चेतावनी दी कि यदि संसद के शीतकालीन सत्र में केंद्र भ्रष्टाचार विरोधी विधेयक के उनके स्वरूप को पारित कराने में विफल रहता है तो वह चुनावी राज्यों में कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करेंगे। हजारे ने कहा कि अपने इस अभियान की शुरुआत करते हुए वह हरियाणा के हिसार लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं से अपील करेंगे कि वे कांग्रेस प्रत्याशी को वोट नहीं दें क्योंकि पार्टी जानबूझकर विधेयक नहीं ला रही है। हिसार में 13 अक्तूबर को उपचुनाव है। गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता हजारे ने पुणे से 50 किलोमीटर दूर अपने गांव में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा यदि शीतकालीन सत्र में जन लोकपाल विधेयक पारित नहीं किया जाता तो मैं लोगों से कहूंगा कि वे अगले साल पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को वोट नहीं दें। उन्होंने घोषणा की कि वह 13 से 15 अक्तूबर के बीच पांच चुनावी राज्यों, उत्तर प्रदेश उत्तराखंड पंजाब गोवा और मणिपुर की यात्रा शुरू करेंगे। केंद्र से अपनी तीन मुख्य मांगों पर विचार किए जाने का आश्वासन मिलने पर रामलीला मैदान में अपने 12 दिन का अनशन समाप्त करने वाले हजारे ने स्पष्ट किया कि आने वाले महीनों में उनका आंदोलन देशभर में तेज होगा। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र संसद के शीतकालीन सत्र में जन लोकपाल विधेयक पारित नहीं करता तो वह उत्तर प्रदेश में चुनाव से तीन दिन पहले लखनऊ में अनशन करेंगे। हजारे ने कहा कि आगामी दिनों में वह हिसार का दौरा करने की कोशिश करेंगे और यदि ऐसा नहीं कर पाते तो वह लोगों को वीडियो संदेश भेजकर अपील करेंगे कि वे कांग्रेस को वोट नहीं दें क्योंकि वह जानबूझकर जन लोकपाल विधेयक नहीं ला रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें जन लोकपाल विधेयक के समर्थन में भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी और अन्य की ओर से पत्र मिल गए हैं लेकिन कांग्रेस की ओर से कोई पत्र नहीं मिला है। हजारे ने कहा कि वह कांग्रेस से पत्र मिलने के लिए दो दिन इंतजार और करेंगे तथा यदि पार्टी पत्र नहीं भेजती है तो वह उसके खिलाफ प्रचार करेंगे। उन्होंने कहा हम कांग्रेस का विरोध करेंगे..उन्होंने मुझे जेल भेज दिया.. हजारे ने पूछा रामलीला मैदान में रामदेव के शिविर में निर्दोषों पर हमला करना क्या सरकार के लिए उचित था? उन्होंने कहा कि वह लोगों से किसी खास उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने की अपील नहीं करेंगे बल्कि उनसे यह अपील करेंगे कि वे साफ छवि के उम्मीदवारों को वोट दें। यह पूछे जाने पर कि यदि शीतकालीन सत्र में जन लोकपाल विधेयक पारित नहीं होता तो क्या वह कांग्रेस से संबंध रखने वाले किसी साफ छवि वाले उम्मीदवार का समर्थन करेंगे हजारे ने कहा कि वह लोगों से कांग्रेस के उम्मीदवारों को छोड़कर अन्य उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान की अपील करेंगे।हजारे ने कहा यदि पार्टी ठीक नहीं है तो साफ छवि वाले उम्मीदवार का क्या उद्देश्य है ? क्या मनमोहन सिंह ईमानदार नहीं हैं ? समस्या यह है कि वह रिमोट नियंत्रित हैं। यह पूछे जाने पर कि उन्हें भाजपा समर्थक कहकर निशाना बनाया जा सकता है हजारे ने कहा कि जो ऐसा आरोप लगाएं उन्हें मानसिक अस्पताल में भेज दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा मेरी पूरी जिन्दगी में एक भी ऐसा उदाहरण नहीं है जब मैं भाजपा या आरएसएस से जुड़ा हूं। मैंने एक भी बैठक (भाजपा या आरएसएस की) में भाग नहीं लिया है। एक सवाल के जवाब में हजारे ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट को गिरफ्तार कर गलत किया है क्योंकि मामला उच्चतम न्यायालय में है। हजारे ने कहा भट्ट ने उच्चतम न्यायालय में हलफनामा दायर किया था। मामला उच्चतम न्यायालय के समक्ष है। तब उन्हें गिरफ्तार करने की जरूरत क्या है। यह गलत है।


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