यह ख़बर 03 जून, 2011 को प्रकाशित हुई थी

सियाचिन विवाद के समाधान के लिए और समय चाहिए : एंटनी

खास बातें

  • एंटनी ने कहा कि दोनों देशों को दुनिया के इस सबसे ऊंचे युद्ध मैदान से सम्बंधित मुद्दों पर बातचीत करने के लिए और समय चाहिए।
नई दिल्ली:

भारत और पाकिस्तान के बीच सियाचिन ग्लेशियर विवाद पर बातचीत जारी रखने के लिए बनी सहमति के बाद रक्षा मंत्री एके एंटनी ने शुक्रवार को कहा कि दोनों देशों को दुनिया के इस सबसे ऊंचे युद्ध मैदान से सम्बंधित मुद्दों पर बातचीत करने के लिए और समय चाहिए। एंटनी ने बताया कि पड़ोसी देश के साथ बातचीत दोस्ताना माहौल में खुल कर हुई। एंटनी ने कहा, "लेकिन वे किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाए। इसलिए अंततोगत्वा उन्होंने तय किया कि उन्हें और समय चाहिए.. दोनों पक्षों को। इस तरह भारत और पाकिस्तान किसी अनुकूल समय में दोबारा मुलाकात करेंगे और अगले दौर की बातचीत इस्लामाबाद में होगी।" ज्ञात हो कि 30-31 मई को दोनों देशों के रक्षा सचिवों के बीच हुई बैठक में यह तय हुआ था कि वे सियाचिन ग्लेशियर पर 13वें दौर की बातचीत के लिए किसी अनुकूल तिथि पर इस्लामाबाद में दोबारा मिलेंगे। 12वें दौर की बातचीत में दोनों पक्षों ने 1984 से विवादित 70 मिलोमीटर लम्बे ग्लेशिर पर अपने-अपने रुखों को दोहराया। पाकिस्तान ने साल्टोरो रिज पर 110 किलोमीटर लम्बी एक्चु अल ग्राउंड पोजिशन लाइन (एजीपीएल) के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत को अनौपचारिक रूप से अपने सुझाव व प्रस्ताव भी दिए। एंटनी ने कहा, "यह एक बहुत ही जटिल मुद्दा है। इसके अध्ययन के लिए दोनों पक्षों को अधिक समय की जरूरत है।" ज्ञात हो कि भारत और पाकिस्तान, 16,000 से 20,000 फुट ऊंचे इस युद्ध के मैदान पर लड़ाई पर अबतक 10 अरब डॉलर से अधिक खर्च कर चुके हैं। यहां दोनों देशों के लगभग 2,300 सैनिक मारे जा चुके हैं, खासतौर से प्रतिकूल मौसम के कारण। ठंढ के दिनों में यहां तापमान शुन्य से 50 डिग्री नीचे चला जाता है। इस ग्लेशियर पर नवम्बर 2003 से ही युद्ध विराम लागू है।


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