सेना का हवलदार निकला संदिग्ध आईएसआई एजेंट, अब तक पांच गिरफ्तार

सेना का हवलदार निकला संदिग्ध आईएसआई एजेंट, अब तक पांच गिरफ्तार

आईएसआई के गिरफ्तार एजेंट कैफेतुल्लाह (टोपी पहने) और अब्दुल रशीद।

नई दिल्ली:

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आईएसआई के लिए जासूसी के मामले में सेना के एक हवलदार को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक फरीद उर्फ सर्जन नाम का यह हवलदार दार्जीलिंग में जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैंट्री यूनिट में तैनात था और सेना से जुड़ी खुफिया जानकारियां आईएसआई तक पहुंचा रहा था। इससे पहले जम्मू-कश्मीर से सेना के एक रिटायर्ड जवान और एक टीचर को भी इसी सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में अब तक पांच संदिग्ध आईएसआई एजेंट गिरफ्तार हो चुके हैं।

पुलिस ने घेरा तो छत से कूद गया
संदिग्ध आईएसआई एजेंट सबर पुलिस वालों के कंधों का सहारा ले कर चल रहा था। पेशे से टीचर सबर को जब राजौरी में पुलिस ने घेरा तो वह छत से कूद गया और उसका एक पैर टूट गया। पुलिस ने उसके साथी मुनव्वर मीर को भी पकड़ा, जो सेना का रिटायर्ड हेडकांस्टेबल है। पुलिस के मुताबिक सबर और मुनव्वर के बारे में पहले गिरफ्तार हो चुके केफैतुल्लाह खान और बीएसएफ की इंटेलीजेंस विंग के हेड कांस्टेबल अब्दुल रशीद से जानकारी मिली।

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कैफेतुल्लाह करता था बीएसएफ के जवानों को ब्लैकमेल
पुलिस के मुताबिक मुनव्वर को सेना के कर्मचारियों को आईएसआई में शामिल करने का काम दिया गया था। वह सेना से जुड़ी खुफिया जानकारियां भी आईएसआई को मुहैया करवाता था। वहीं सबर सेना और बीएसएफ के रिटायर्ड जवानों के संपर्क में था और खुफिया जानकारियां कैफेतुल्लाह खान तक पहुंचाता था। कैफेतुल्लाह खान से पुलिस ने एक सीडी भी बरामद की है जिसमें वह सेना और बीएसएफ के जवानों को ब्लैकमेल करता हुआ दिख रहा है।