यह ख़बर 13 अक्टूबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

खुर्शीद के इस्तीफा देने तक जारी रहेगा अभियान : केजरीवाल

खास बातें

  • अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद पर अपने गैर सरकारी संगठन में लाखों रुपये का गबन करने का आरोप लगाते हुए उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने एवं गिरफ्तारी की मांग को लेकर शनिवार से अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने की घोषणा की।
नई दिल्ली:

अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद पर अपने गैर सरकारी संगठन में लाखों रुपये का गबन करने का आरोप लगाते हुए उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने एवं गिरफ्तारी की मांग को लेकर शनिवार से अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने की घोषणा की।

उधर, लंदन में मौजूद क़ानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने इस मामले पर कहा है कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि वह एक-एककर कांग्रेस के नेताओं को बर्बाद करना चाहते हैं।

खुर्शीद ने कहा कि देश में कुछ थर्ड ग्रेड लोग उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं।

दूसरी ओर, खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए केजरीवाल पर राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दा गढ़ने का आरोप मढ़ा। कांग्रेस भी अपने नेता के बचाव में उतर पड़ी। सलमान खुर्शीद इस ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं लुईस परियोजना निदेशक हैं।

केजरीवाल शनिवार को भी संसद मार्ग पर अपने समर्थकों को सम्बोधित कर रहे थे। पुलिस ने प्रधानमंत्री आवास की ओर बढ़ते समय केजरीवाल को रोक दिया था।

केजरीवाल ने अपने समर्थकों सहित शुक्रवार को खुर्शीद और उनकी पत्नी के खिलाफ प्रदर्शन किया था और उस दौरान उन्हें 150 समर्थकों सहित हिरासत में ले लिया गया था। केजरीवाल को दिल्ली के बाहर स्थित एक स्टेडियम ले जाया गया, जहां रात को उन्हें रिहा कर दिया गया। लेकिन केजरीवाल और उनके समर्थकों ने जाने से मना कर दिया था।

केजरीवाल शनिवार सुबह इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएएसी) के सदस्यों गोपाल राय एवं मनीष सिसोदिया और राष्ट्रीय विकलांग पार्टी (आरवीपी) के अध्यक्ष केके दीक्षित के साथ पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने पहुंचे।

केजरीवाल ने यहां खुर्शीद के खिलाफ कार्रवाई होने तक थाने के सामने अनिश्चितकालीन धरना देने का निर्णय लिया।

यहां कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि खुर्शीद और उनकी पत्नी ने केंद्र सरकार द्वारा मुहैया कराए गए धन का राज्य सरकार के अधिकारियों का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर गबन किया। यह गबन 10 जिलों में सहायता शिविर के फर्जी हिसाब दिखाकर किए गए, जिन्हें कभी आयोजित नहीं किया गया।

केजरीवाल ने कहा, "हम मांग करते हैं कि खुर्शीद को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और सरकार से बर्खास्त किया जाए। यदि वह मंत्रिमंडल में बने रहते हैं तो वे सारे सबूत नष्ट कर देंगे, जो उनके और उनके परिवार के खिलाफ उपलब्ध हैं।"

केजरीवाल ने कहा कि खुर्शीद की संस्था का खुलासा राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के अध्यक्ष के.के. दीक्षित ने किया, जो खुद विरोध प्रदर्शन में शामिल हैं।

केजरीवाल ने यह भी कहा कि खुर्शीद और उनकी पत्नी पर राज्य सरकार, केंद्र सरकार और नियंक एवं महालेखा परीक्षक ने आरोप लगाया है। इन तीनों संस्थाओं ने जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा विकलांगों के लिए आवंटित धन के गबन की जांच की है।
गबन का आरोप लगाने पर लुईस खुर्शीद ने केजरीवाल एवं एक टीवी चैनल की आलोचना की।

लुईस ने शनिवार को एक अन्य टीवी चैनल से कहा, "हमारे दस्तावेज जांच के लिए खुले हैं। उनके सभी आरोपों का हम प्रतिवाद करते हैं। हमारे पास सभी के बिल हैं और उनके आरोपों के तथ्य एवं आंकड़े झूठे हैं।"

लुईस ने कहा, "उन्हें केवल तीन लोग मिले जिन्होंने कहा कि उन्हें उपकरण नहीं मिले। अगर हमने इतने बड़े पैमाने पर घोटाला किया होता तो क्या उन्हें हजारों लोग नहीं मिलते? हमने 2009 एवं 2010 में 2353 लोगों में वितरित किए और हजारों में से केवल तीन आरोप लगे।"

एक अन्य टीवी चैनल के अनुसार केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय ने लुईस के संगठन जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट को 71.50 लाख रुपये ट्राइ साइकिल एवं सुनने में सहायक उपकरण जरूरतमंदों में वितरित करने के लिए दिए थे। इसके बाद केजरीवाल ने धरना प्रदर्शन शुरू किया।

सलमान की गिरफ्तारी की मांग करने पर केजरीवाल की आलोचना करते हुए लुईस ने कहा, "वह अब सामाजिक कार्यकर्ता नहीं रहे। वह एक राजनीतिक दल चला रहे हैं और वह मुद्दों की तलाश कर रहे हैं। मुझे दुख होता है कि वे विकलांगों का प्रयोग राजनीतिक लाभ के लिए कर रहे हैं।"

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सूचना एवं प्रसारण मंत्री अम्बिका सोनी ने खुर्शीद के बचाव में कहा, "उनकी छवि बेहद ईमानदार एवं सम्मानित राजनीतिक नेता की छवि है। वित्तीय अनियमितता के आरोप का असर किसी के ऊपर नुकसानदायक होता है। खुर्शीद विदेश में हैं। उन्हें आकर वस्तुस्थिति बताने का मौका देना चाहिए।"