यह ख़बर 02 जुलाई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

आदर्श घोटाला : अशोक चव्हाण ने फिर देशमुख पर उठाई अंगुली

खास बातें

  • आदर्श घोटाले की जांच के लिए बने कमिशन के सामने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण सोमवार को दूसरी बार पेश हुए। आज अपनी पेशी में एक बार चव्हाण ने देशमुख पर इस घोटाले का आरोप मढ़ दिया।
मुंबई:

आदर्श घोटाले की जांच के लिए बने कमिशन के सामने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण सोमवार को दूसरी बार पेश हुए। आज चव्हाण ने इस मामले का पूरा ठीकरा अपने मुख्य सचिव पर फोड़ा। आज अपनी पेशी में एक बार चव्हाण ने देशमुख पर इस घोटाले का आरोप मढ़ा। आज चव्हाण ने कहा कि बतौर सीएम देशमुख ने उन्हें फाइल जल्द ओके करने के निर्देश दिया था।

अपनी पहली पेशी के दौरान चव्हाण ने खुद को पूरे मामले से अलग कर लिया था।

चव्हाण ने कहा था कि राजस्व मंत्री का काम सिर्फ फाइल को आगे बढ़ाना होता है। चव्हाण ने यह भी कहा था की मुंबई और पुणे के किसी भी जमीन के आवंटन का आखरी फैसला मुख्यमंत्री लेते हैं।

चव्हाण ने कमिशन के सामने आदर्श से जुड़ी सभी फाइलों की जिम्मेदारी तत्कालीन मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख और बाबुओं पर डाल दी। चव्हाण ने दावा किया कि आदर्श सोसाइटी मे 40 फीसदी सिविलियन को लेने का फैसला भी उनका नहीं था।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

इसके पहले पेश हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे और विलासराव देशमुख ने भी सारी जिम्मेदारी राजस्व और वित्त मंत्रालय पर डाल दी थी। शिंदे और देशमुख ने दावा किया था कि आदर्श से जुड़ी सभी फाइलें उनके कार्यकाल से पहले ही पास हो गई थीं और उन्हें बाबुओं ने सोसाइटी और जमीन के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी थी।