यह ख़बर 15 नवंबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

बिहार में पॉवर प्लांट के उद्घाटन से नीतीश का नाम हटाने पर सियासत गर्मायी

पटना:

बिहार में पटना जिले के बाढ़ स्थित एनटीपीसी के ऊर्जा संयंत्र से पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम और फोटो हटाने को लेकर सियासत तेज हो गई है।

केंद्रीय विद्युत मंत्री पीयूष गोयल के आज बाढ़ एनटीपीसी की चौथी वाणिज्यिक इकाई के 600-600 मेगावाट की दो इकाइयों का उद्घाटन किया। कार्यक्रम स्थल पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, रविशंकर प्रसाद, राधामोहन सिंह, राजीव प्रताप रूडी, गिरीराज सिंह, रामकृपाल यादव और दूसरे नेताओं का नाम वर्णित गया, लेकिन बाढ़ से सांसद रहे और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम नहीं था। इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और राज्य के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव शामिल हुए।

नीतीश ने 'संपर्क यात्रा' के दौरान छपरा में भाजपा पर बाढ़ परियोजना का श्रेय लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिन्होंने इस परियोजना के लिए प्रयास किया, उनके नाम नहीं लिखे गए हैं, लेकिन कार्यक्रम स्थल पर बड़े आकार के पोस्टर में भाजपा के उन मंत्रियों के नाम का जिक्र किया गया, जिनका इसमें कोई योगदान नहीं रहा है।

नीतीश कुमार ने कहा 'हम तो काम करते हैं और नाम का लोभ नहीं करते हैं।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि बाढ़ एनटीपीसी का शिलान्यास तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था और यह उचित होता कि वाजपेयी को सम्मान देते हुए उसका उद्घाटन किया जाता।

छपरा और बाद में हाजीपुर में अपनी 'संपर्क यात्रा' के दौरान जदयू कार्याकर्ताओं को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि उचित यह होता कि पूर्व प्रधानमंत्री (अटल बिहारी वाजपेयी) द्वारा किए गए बेहतर कार्य को सम्मान देने के लिए के लिए राष्ट्र को समर्पित एनटीपीसी की इकाई का शुभारंभ प्रधानमंत्री करते। वही बेहतर तौर पर जानते हैं कि उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया।

इसके अलावा नीतीश ने अपने फोसबुक पन्ने पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को इस पॉवर प्लांट के लिए धन्यवाद दिया और इस परियोजना के लिए विभिन्न केंद्रीय ऊर्जा मंत्रियों से मिले सहयोग का भी जिक्र किया।
 
उन्होंने अपने फेसबुक पन्ने पर लिखा, 'आज के दिन अटल जी को याद कर, उन्हें धन्यवाद दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही उस समय से अब तक के केंद्रीय ऊर्जा मंत्रियों ने भी इसमें बड़ा सहयोग किया है। इसलिए मैं पी. कुमारमंगलम, सुरेश प्रभु, अनंत गीते और सुशील कुमार शिंदे का भी आभारी हूं, जिनके सहयोग के बिना यह काम पूरा नहीं हो सकता था।'

वहीं इस पूरे मामले पर बिहार के नगर विकास मंत्री सम्राट चौधरी ने कार्यक्रम स्थल से नीतीश कुमार का नाम हटाने को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया और कहा कि यह भाजपा की ओछी राजनीति का परिचायक है। वहीं जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि पोस्टर से भाजपा को कोई लाभ हासिल नहीं होगा, क्योंकि वहां की जनता उस परियोजना को लाने वाले नीतीश कुमार को जानती है।

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हालांकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने जदयू के आरोप को दरकिनार करते हुए कहा कि बाढ़ एनटीपीसी इकाई का शिलान्यास अटल जी ने किया था, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरा कर रहे हैं। (एजेंसी इनपुट के साथ)