आजम खान बोले, जब यूपी के CM को बदायूं कांड पर UN को देनी पड़ी थी सफाई तब...

आजम खान बोले, जब यूपी के CM को बदायूं कांड पर UN को देनी पड़ी थी सफाई तब...

आजम खान (फाइल फोटो)

लखनऊ:

फासीवादी ताकतों की हिन्दुस्तान को ‘हिन्दू राष्ट्र’ बनाने की कथित कोशिशों की संयुक्त राष्ट्र से शिकायत करने वाले उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ काबीना मंत्री आजम खान ने अपने इस कदम को सही करार देते हुए बुधवार को कहा कि जब बदायूं कांड और बालश्रम से जुड़े तमाम मुद्दों को वैश्विक संस्था के सामने ले जाया गया था तब समाज के ‘ठेकेदार’ कहां थे।

बदायूं मामला UN में कौन ले गया
खान ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘महज मुक्का बंद कर लेने से ताकत नहीं आती, महज लफ्जों से खेलने से हकीकत बयान नहीं होती... कुछ करना पड़ता है। जब बदायूं में लड़कियों के पेड़ पर फांसी से लटकते पाए जाने का मामला संयुक्त राष्ट्र ले जाया गया और उसके महासचिव का खत मुख्यमंत्री के पास आया और उन्हें जवाब देना पड़ा, उस वक्त समाज के ठेकेदार कहां थे।’

...इसलिए सत्यार्थी को मिला नोबेल
उन्होंने कहा ‘जब यहां के तमाम लेबर मूवमेंट्स, बालश्रम के मामलों को लेकर संयुक्त राष्ट्र गए, तब (कैलाश) सत्यार्थी जी को नोबेल पुरस्कार मिला। उस वक्त ये लोग कहां थे।’ नगर विकास मंत्री ने कहा, ‘स्वास्थ्य के लाखों मामले संयुक्त राष्ट्र ले जाए गए, लेकिन किसी ने ऐसा करने वाले से यह नहीं कहा कि वह पाकिस्तानी एजेंट है और हिन्दुस्तान छोड़ दे, लेकिन एक शख्स एक बेगुनाह की मौत पर इसलिए बिलख रहा है क्योंकि लोग जम्हूरियत को खत्म करके इस मुल्क को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहते हैं। इसके लिए हिन्दुस्तान की कोई जम्हूरी ताकत तैयार नहीं है।’

गौरतलब है कि गत 28 सितम्बर को नोएडा के दादरी स्थित बिसाहड़ा गांव में गौमांस खाने के अफवाह के बाद एक मुस्लिम व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद 5 अक्तूबर को खां ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव को पत्र लिखकर कहा था कि गंगा-जमुनी तहजीब वाले इस देश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा अन्य फासीवादी ताकतें मुल्क के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करके इसे हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहती हैं।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

उन्होंने देश में ‘मुसलमानों के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम’ को रोकने के लिए हस्तक्षेप की मांग की थी।