यह ख़बर 11 नवंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

टैक्स चोरी के आरोप में रामदेव के ट्रस्ट को पांच करोड़ रुपये का नोटिस

खास बातें

  • सरकार ने योग गुरु रामदेव द्वारा चलाए जाने वाले ट्रस्ट योग शिविरों के लिए कथित तौर पर सेवा कर के भुगतान के संबंध में पांच करोड़ रुपये का डिमांड नोटिस जारी किया है।
नई दिल्ली:

सरकार ने योग गुरु रामदेव द्वारा चलाए जाने वाले ट्रस्ट योग शिविरों के लिए कथित तौर पर सेवा कर के भुगतान के संबंध में पांच करोड़ रुपये का डिमांड नोटिस जारी किया है।

अधिकारियों ने कहा कि हरिद्वार के पतंजलि योग पीठ और दिव्य योग ट्रस्ट द्वारा आयोजित शिविर वाणिज्यिक गतिविधि है, इसलिए राजस्व विभाग ने योग सीखने वाले व्यक्तियों से आयोजित शुल्क पर 5.14 करोड़ रुपये का नोटिस जारी किया है।

वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, केंद्रीय उत्पाद शुल्क जांच महानिदेशालय ने पिछले महीने के आखिर में कथित तौर पर 5.14 करोड़ रुपये का सेवा कर का नोटिस भेजा। 2007-08 से 2011-12 के बीच अवधि के सेवा कर न चुकाए जाने के संबंध में नोटिस भेजा गया।

इधर, रामदेव के प्रवक्ता एस के तिजारावाला ने कहा कि ट्रस्ट और इसकी योग शिविर जैसी गतिविधियां सेवा कर के दायरे से बाहर हैं। उन्होंने कहा, ट्रस्ट की गतिवधियां सेवा कर के दायरे से मुक्त हैं, ताकि गरीबों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया जा सके। हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।

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वित्त मंत्रालय के अधिकारी के मुताबिक पिछले महीने ट्रस्ट द्वारा अर्ध व पूर्ण आवासीय योग शिविरों के आयोजन और सेवा कर न चुकाने के संबंध में उल्लेखनीय दस्तावेजी साक्ष्य हासिल करने के बाद नोटिस जारी किया गया। इन गतिविधियों को धर्मार्थ करार देते हुए ट्रस्ट ने छूट की मांग की थी। अधिकारी ने कहा, ट्रस्ट योग शिविरों में प्रतिभागियों से दान ले रहे थे। वे स्वामी शंकरदेव वानप्रस्थ आश्रम योजना के जरिए आवासीय योग शिविर भी आयोजित कर रहे थे।