गुजरात : संदिग्ध गो-रक्षकों की पिटाई के 4 दिन बाद 29 वर्षीय व्यक्ति की मौत

गुजरात : संदिग्ध गो-रक्षकों की पिटाई के 4 दिन बाद 29 वर्षीय व्यक्ति की मौत

मोहम्मद अयूब की मंगलवार को कथित गो-रक्षकों ने पिटाई की थी

खास बातें

  • मोहम्मद अयूब की पशु तस्करी के आरोप में कथित गो-रक्षकों ने पिटाई की थी
  • अयूब की कार हाईवे पर एक अन्य कार से भिड़ गई, जिसमें बछड़े की मौत हो गई
  • अयूब का पीछा करके उन्हें पीटा गया, पुलिस संदिग्धों की तलाश कर रही है
अहमदाबाद:

गुजरात के अहमदाबाद में कथित गो-रक्षकों ने चार दिन पहले 29 वर्षीय एक व्यक्ति की जमकर पिटायी कर दी थी. गंभीर चोटों के साथ शहर के एक अस्पताल में भर्ती उस व्यक्ति की शुक्रवार को मौत हो गई.

पुलिस ने बताया कि मोहम्मद अयूब नाम के शख्स पर मंगलवार को कथित गो-रक्षकों ने उस वक्त हमला बोल दिया, जब वह अन्य साथी समीर शेख के साथ एक गाय और बछड़े को लेकर जा रहे थे.

उन्होंने बताया कि मंगलवार तड़के करीब 3 बजे हाईवे पर अयूब की कार एक अन्य कार से टकरा गई, इस हादसे में बछड़े की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि इस हादसे के बाद अयूब ने मौके से भागने की कोशिश भी की, लेकिन कुछ लोगों ने उसका पीछा करके उसे पकड़ लिया और पिटाई भी की.

हालांकि अयूब के साथी समीर शेख को वहीं पास में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी ने बचा लिया. बाद में तीन गोरक्षकों ने मोहम्मद अयूब और समीर शेख के खिलाफ जानवरों की गैरकानूनी तस्करी के लिए पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई.

अयूब के परिवार का आरोप है कि गो-तस्करी की शिकायत दर्ज कराने वाले तीनों लोग भी उसे पीटने वाले लोगों में शामिल थे, लेकिन पुलिस का कहना है कि इस तरह का कोई सबूत नहीं है कि वे लोग वारदात के समय मौके पर मौजूद थे.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आर.आर भगत ने कहा, 'हमने उन्हें भी हिरासत में लिया, लेकिन समीर ने भी उन्हें नहीं पहचाना. फिलहाल हमारे पास ऐसा कोई सबूत नहीं है, जो यह दर्शाता हो कि ये तीनों उस समय मौके पर मौजूद थे.'

उन्होंने बताया, 'हमने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की कोशिश के लिए मामला दर्ज कर लिया है.' उन्होंने आगे कहा, सुरक्षा कैमरों की मदद से घटनास्थल पर मौजूद लोगों की पहचान करने की कोशिश की गई है.

उधर अयूब के परिवार का आरोप है कि समीर शेख किसी दबाव में आकर गो-रक्षकों को पहचानने से इनकार कर रहा है. अयूब के चाचा रोजर खान कहते हैं, 'शिकायत दर्ज कराकर उन लोगों ने साबित कर दिया है कि वे लोग घटनास्थल पर मौजूद थे. अगर अयूब और शेख जानवरों की तस्करी कर भी रहे थे, तो भी उन लोगों को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है.'

गुजरात के उना में इसी साल जुलाई में चार दलित युवकों की पिटाई के बाद से राज्य में कथित गो-रक्षकों की हिंसा की खबरें लगातार राष्ट्रीय मीडिया में सुर्खियां बनती रही हैं.

प्रधानमंत्री ने भी पिछले ही महीने कथित गोरक्षकों की हिंसा की आलोचना की थी और उन्हें असमाजिक तत्व कहा था.


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