यह ख़बर 15 अक्टूबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

बिहार बंद असरदार, लालू और रामविलास हिरासत में

खास बातें

  • बिहार के मधुबनी में पुलिस फायरिंग के विरोध में सम्पूर्ण विपक्षी दलों के सोमवार को बिहार बंद के आह्वान का यातायात पर व्यापक असर दिखा।
पटना:

बिहार के मधुबनी में पुलिस फायरिंग के विरोध में सम्पूर्ण विपक्षी दलों के सोमवार को बिहार बंद के आह्वान का यातायात पर व्यापक असर दिखा। बंद के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव व लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रमुख रामविलास पासवान सहित राज्य में 350 से ज्यादा बंद समर्थकों को हिरासत में लिया गया है।  

राजद, लोजपा और वाम दलों के कार्यकर्ता पटना सहित राज्य के सभी इलाकों में सुबह से ही सड़कों पर निकल गए। कई ने रेलवे स्टेशनों पर रेल ट्रैक जाम किए।

पुलिस के अनुसार पटना में बंद समर्थकों ने सभी प्रमुख सड़कें जाम कर दीं। बंद समर्थकों का उत्साह बढ़ाने के लिए निकले लालू और पासवान को भी पटना के छाकबंगला चौराहे से हिरासत में ले लिया गया। पटना में बंद को लेकर अधिकांश व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे व सरकारी प्रतिष्ठानों में भी उपस्थिति अन्य दिनों की अपेक्षा कम देखी गई। बंद के दौरान कई स्थानों पर बंद समर्थकों और पुलिस में झड़पें होने की भी सूचना है।

इधर, लालू और पासवान ने बंद को पूरी तरह सफल बताते हुए इसे जनता का बंद बताया।

पटना की सभी मुख्य सड़कों पर बंद समर्थक झंडे, बैनरों के साथ उतरे। पटना के सभी निजी विद्यालयों में बंद को देखते हुए सोमवार को अवकाश घोषित कर दिया गया था।

इधर, रेलवे विभाग के एक अधिकारी के अनुसार बंद समर्थकों ने जहानाबाद में पटना-रांची जनशताब्दी एक्सप्रेस रोकी और बिहारशरीफ  में श्रमजीवी एक्सपप्रेस पर पत्थराव किया। लहेरियासराय स्टेशन पर पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस को घंटों रोके रखा गया। सीवान, सासाराम, गया, कैमूर, मुजफ्फरपुर जिले में भी बंद समर्थकों ने सड़कें जाम कीं और यहां भी दुकानें बंद करवा दी गई। मुजफ्फरपुर में पुलिस के साथ बंद समर्थकों की झड़प भी हो गई।

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बंद को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध भी किए गए हैं। सभी इलाकों में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। बंद के दौरान अभी तक कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। उल्लेखनीय है कि मधुबनी में पुलिस फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई थी।