गुरदासपुर हमले को लेकर संसद में हंगामे पर अरुण जेटली ने सोनिया गांधी पर साधा निशाना

गुरदासपुर हमले को लेकर संसद में हंगामे पर अरुण जेटली ने सोनिया गांधी पर साधा निशाना

अरुण जेटली, राजनाथ सिंह (फाइल चित्र)

नई दिल्ली:

गुरुवार को संसद में जब गृहमंत्री राजनाथ सिंह, गुरदासपुर आतंकवादी हमले पर बयान दे रहे थे तब राज्यसभा में काफी हंगामा हुआ। सरकार ने कांग्रेस के इस रवैये को गैर जिम्मेदाराना बताया है।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी अपनी तुच्छ राजनीति के चलते संसद में गुरदासपुर हमले की चर्चा को रोक रही है। ऐसा करके कांग्रेस ने देश को ‘बंटा हुआ’ दिखाया है। उन्होंने मुंबई विस्फोट में दोषी ठहराए गए याकूब मेमन की फांसी पर विरोधाभासी बयानों को लेकर भी कांग्रेस नेताओं की आलोचना करते हुए कहा कि यह चिंता का कारण है और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस मामले पर पार्टी का रूख साफ करना चाहिए। उच्चतम न्यायालय ने भी याकूब की मौत की सजा को बरकरार रखा था।

जेटली ने यह भी कहा कि गुरदासपुर हमला सीमा पार से होने के साक्ष्य भी बहुत ठोस हैं लेकिन इस बारे में कुछ कहने से इनकार कर दिया कि इसके बाद भी पाकिस्तान के साथ वार्ता संभव है या नहीं। उन्होंने कहा 'इस पर सरकार और विदेश मंत्रालय विचार करेगा। मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा। यह एक कूटनीतिक रणनीति का हिस्सा है। लेकिन अब इस बात के बहुत ठोस साक्ष्य हैं कि यह सीमा पार से हुआ हमला है।'

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कांग्रेस पर हमला बोलते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि याकूब की सजा के बारे में पार्टी कांग्रेस के कुछ नेताओं से आए गैर जिम्मेदाराना बयान ने चिंता की एक वजह भी दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यधारा की राष्ट्रीय पार्टियों से उम्मीद की जाती है कि वह जिम्मेदार तरीके से प्रतिक्रिया दें न कि बंटे हुए घर की तरह दिखाई दें। जेटली ने कहा कि कम से कम राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर सभी पार्टियों को एक सुर में बोलना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि कांग्रेस एक बार फिर अपने नकारात्मक और गैर जिम्मेदाराना व्यवहार की समीक्षा करेगी।