यह ख़बर 09 जुलाई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

बोधगया विस्फोट : महिला सहित पांच संदिग्ध हिरासत में

खास बातें

  • बिहार के बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर परिसर में हुए शृंखलाबद्ध विस्फोटों के सिलसिले में पटना और गया से एक महिला सहित पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) उनसे पूछताछ कर रही है।
पटना/बोधगया:

बिहार के बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर परिसर में हुए शृंखलाबद्ध विस्फोटों के सिलसिले में पटना और गया से एक महिला सहित पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) उनसे पूछताछ कर रही है। गया जिले से रविवार को हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया है। यह जानकारी बिहार पुलिस के एक अधिकारी ने दी।

हिरासत में लिए गए संदिग्धों में से चार बोधगया के एक होटल में शनिवार की रात ठहरे हुए थे और रविवार को विस्फोट होने के एक घंटे के भीतर उन लोगों ने होटल खाली कर दिया था।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि जांचकर्ताओं ने मंदिर में लगे 16 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज का इस्तेमाल कर संदिग्धों की पहचान की।

गया जिले के एक पुलिस अधिकारी चंदन कुशवाहा ने एक संदिग्ध विनोद मिस्त्री को गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की। मिस्त्री को रविवार को हिरासत में लिया गया था।

बिहार पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने अपना नाम जाहिर नहीं होने देने की शर्त पर बताया, "बम विस्फोटों के चार संदिग्धों को पटना सिटी में हिरासत में लिया गया और एक व्यक्ति को गया जिले के सोनबरसा गांव से हिरासत में लिया गया है।"

अधिकारी ने बताया कि पटना में जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है उनकी पहचान गुंजन पटेल, हसन मलिक, आनंद प्रकाश और प्रियंका बताई गई है। गया से दशरथ यादव को जांचकर्ताओं ने हिरासत में लिया है।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "हिरासत में लिए गए लोगों में से चार बोधगया के तथागत इंटरनेशनल होटल में ठहरे थे और रविवार की सुबह उन लोगों ने मंदिर परिसर का दौरा किया था। शृंखलाबद्ध विस्फोट के एक घंटे के भीतर ही उन लोगों ने होटल खाली कर दिया था।"

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक हिरासत में लिए जाने के बाद एनआईए की टीम द्वारा पूछताछ के लिए उन्हें अज्ञात स्थान ले जाया गया है।

अधिकारी के अनुसार, सीसीटीवी फूटेज में तीन लोगों को मंदिर में किसी अनिर्दिष्ट स्थान से प्रवेश करते और दो अन्य को उस कार के नजदीक देखा गया है, जिसमें सवार होकर वे आए थे। इनमें से सबसे लंबे व्यक्ति ने कंधे पर बैग टांग रखा था। लेकिन मंदिर में लगे 16 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की गुणवत्ता अच्छी नहीं है, जिसके कारण अधिकारियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने महाबोधि मंदिर प्रबंध समिति में छह महीने से काम कर रहे छह लोगों के विस्फोट के बाद फरार होने पर उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है। उन्होंने कहा, "समिति की सूचना के आधार पर एक लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया है।"

एनआईए ने इस शृंखलाबद्ध विस्फोट के सिलसिले में विनोद मिस्त्री नामक व्यक्ति से पूछताछ की है। मिस्त्री को गया जिले के बाराचट्टी पुलिस थाने के अंतर्गत स्थित एक गांव से रविवार शाम हिरासत में लिया गया है।

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एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "उसका पहचान पत्र मंदिर में मिलने के बाद से पुलिस ने हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की है, लेकिन अभी कुछ भी सामने नहीं निकल कर आया है।"