यह ख़बर 07 जुलाई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

बोधगया धमाके : बीजेपी ने पूछा, खुफिया चेतावनी को क्यों किया गया नजरअंदाज

खास बातें

  • बीजेपी तथा अन्य विपक्षी दलों ने केंद्र और बिहार सरकार पर खुफिया एजेंसियों की चेतावनी के बावजूद महाबोधि मंदिर पर आतंकी हमला रोकने के लिए कदम उठाने में विफल रहने का आरोप लगाया।
नई दिल्ली:

बीजेपी तथा अन्य विपक्षी दलों ने केंद्र और बिहार सरकार पर खुफिया एजेंसियों की विशिष्ट चेतावनी के बावजूद महाबोधि मंदिर पर आतंकी हमला रोकने के लिए कदम उठाने में विफल रहने का आरोप लगाया।

बीजेपी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, यह गंभीर मुद्दा है और केंद्रीय एजेंसियों ने इस हमले के बारे में चेतावनी दी थी और इस बारे में विशिष्ट सूचना दी गई थी कि बोधगया में हमला हो सकता है... इसके बावजूद कोई उपयुक्त व्यवस्था (राज्य सरकार की ओर से) नहीं की गई। केंद्र सरकार को भी ऐसे हमले रोक पाने में विफल रहने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

उन्होंने कहा, केंद्रीय एजेंसियों ने कहा था कि म्यामांर में जो कुछ हो रहा है, ऐसे में बोधगया मंदिर में आतंकी हमले के प्रयास हो सकते हैं। इसके बावजूद सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। बीजेपी नेता ने कहा कि यह गंभीर विषय है और आतंकवादियों ने विश्व को शांति का संदेश देने वाले बुद्ध के मंदिर को निशाना बनाया है।

बीजेपी महासचिव एवं सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि वह बिहार के पार्टी विधायकों के साथ बोधगया जा रहे हैं, ताकि विस्फोट के बाद स्थिति का आकलन कर सकें। बिहार से राज्यसभा सांसद रूडी ने कहा कि यह दल विस्फोट में घायलों से मिलेगा। उन्होंने कहा, बिहार में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति लालू के दौर जैसी हो गई है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि यह आतंकी हमला तब हुआ, जब केंद्र की ओर से इस बारे में खुफिया सूचना मिली हुई थी।

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रूडी ने कहा, आतंकवाद की यह घटना तब हुई है, जब इशरत जहां पर सीबीआई के आरोपपत्र के बाद आतंकी तत्व आनंद मना रहे हैं। बीजेपी उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर केंद्र की कोई नीति नहीं है और वह वोट बैंक की राजनीति में व्यस्त है। इस नीति के कारण देश को नुकसान उठाना पड़ रहा है।