नई दिल्ली:
बजट में सुधारों के मोर्चे में कुछ ज्यादा नहीं किए जाने की आलोचनाओं को दरकिनार करते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि यह यात्रा की शुरुआत भर है और उन्होंने वहीं किया जो मौजूदा हालात में किया जा सकता था।
जेटली ने कहा 'यह हमारी यात्रा की शुरुआत है न कि अंत। अभी हम जितना कर सकते थे, हमने उतना किया। पहले ही दिन सभी फैसले नहीं किए जाते हैं।' जेटली ने 10 जुलाई को अपना पहला बजट पेश किया। रेटिंग एजेंसियां विशेषतौर पर पिछली तारीख से किए गए कर संशोधन को वापस नहीं लेने और उद्योगों को पर्याप्त रियायत प्रदान नहीं करने की आलोचना कर रही हैं।
वित्तमंत्री ने इस आलोचना को खारिज करते हुए कि सरकार ने कई महत्वपूर्ण पहलें की हैं, जो जरूरी थे और पिछले 10 साल में इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाए गए।
जेटली ने कहा 'इनमें सभी मुद्दे चाहे बीमा हो या रीयल एस्टेट, रक्षा, पिछली तारीख से कर संशोधन, कराधान का सरलीकरण, ट्रांस्फर प्राइसिंग महत्वपूर्ण थे। इसलिए 45 दिन में हमने इन सब पर ध्यान देने की कोशिश की है और फिर हमने विनिर्माण क्षेत्र पर ध्यान दिया है।' उन्होंने कहा 'ये महत्वपूर्ण फैसले हैं। हमारी सरकार का नजरिया उन क्षेत्रों के बारे में बिल्कुल साफ है जिन्हें और राहत देनी है। आम आदमी पर आप कितना बोझ देंगे। यही वजह है कि हमने व्यक्तिगत कराधान को तर्कसंगत बनाने की कोशिश की है। हमने उल्टे कर ढांचे को भी समाप्त किया है।'