यह ख़बर 27 मार्च, 2011 को प्रकाशित हुई थी

अब जबरन भूमि अधिग्रहण नहीं : बुद्धदेब

खास बातें

  • मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य ने कहा कि उद्योग के लिए भूमि अधिग्रहण से पहले बहुत सावधान रहने का निर्णय लिया गया है।
कोलकाता:

मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य ने शनिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल की वाम मोर्चा सरकार ने सिंगूर की घटना से जरूरी सबक लिया है और उद्योग के लिए भूमि अधिग्रहण से पहले बहुत सावधान रहने का निर्णय लिया गया है। भट्टाचार्य ने यहां एक बंगाली समाचार चैनल के साथ बातचीत में कहा, "भविष्य में बंगाल में सिंगूर जैसी स्थिति नहीं दोहराई जाएगी। हमने सिंगूर से सबक सीखा है। हमने निर्णय लिया है कि उद्योग के लिए भूमि अधिग्रहण के पूर्व अधिक सावधानी बरती जाएगी।" ज्ञात हो कि तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व में चले भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन के बाद टाटा मोटर्स ने 2008 में पश्चिम बंगाल में हुगली जिले के सिंगूर में नैनो कार संयंत्र स्थापित करने की योजना बदल दी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार उद्योग लगाने के लिए उपजाऊ भूमि का अधिग्रहण नहीं करेगी और भूस्वामियों से जमीन उनकी सहमति के बाद ली जाएगी। बुद्धदेब ने कहा, "भूस्वामियों से भूमि लेने से पहले हम यह सुनिश्चित कराएंगे कि भूमि सहमति के आधार पर अधिग्रहित की जा रही है। हमें ऐसी स्थिति सुनिश्वित करानी है लोग उत्सुकता के साथ भूमि दें।" बुद्धदेब ने कहा, "सरकार की प्राथमिकता यह होगी कि उद्योगपति राज्य में अपने स्तर पर जमीन का अधिग्रहण करें और सरकार तभी हस्तक्षेप करेगी, जब प्रक्रिया में कोई समस्या पैदा होगी। सरकार उस समय भी हस्तक्षेप करेगी, जब उद्योगपति जमीन खरीदते समय भूस्वामियों को बाजार दर से कम कीमत देंगे।"


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