केंद्र सरकार ने किया ऐलान, बिहार में जेपी के नाम पर बनेगा राष्ट्रीय संग्रहालय

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की फाइल फोटो

इमरजेंसी के 40 साल पूरे होने से एक दिन पहले केंद्र सरकार ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण को लेकर धड़ाधड़ घोषणाएं कीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की एक अहम बैठक के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ऐलान किया कि संपूर्ण क्रांति के नायक और भारत में पहली गैर-कांग्रेसी सरकार के सूत्रधार रहे लोकनायक जयप्रकाश नारायण (जेपी) के नाम पर छपरा ज़िले में उनके गांव सिताबदियारा में एक राष्ट्रीय संग्रहालय परिसर बनाया जाएगा।

गृहमंत्री ने कहा कि इसके लिए डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट जल्दी ही तैयार कर ली जाएगी और इसके लिए जितना भी जरूरी होगा, केंद्र सरकार उतना फंड जारी करेगी। ये तय किया गया है कि इस परिसर में एक वर्चुअल म्यूज़ियम बनेगा, एक शोध संस्थान बनेगा और खादी व रचनात्मक कार्यों का भी एक केंद्र बनाया जाएगा।

केंद्र सरकार लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नाम पर राष्ट्रीय संग्रहालय ऐसे समय बनाने जा रही है, जब बिहार में चुनाव नजदीक हैं। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'पिछले दस साल में कई स्मारक बने हैं, लेकिन जयप्रकाश नारायण का स्मारक अब तक क्यों नहीं बना, ये एक बड़ा सवाल है।'

जयप्रकाश की विरासत पर दावा जताने कि इस कोशिश को लालू यादव ने झांसा करार दिया है। लालू यादव ने आरोप लगाया है कि बीजेपी दिखावे की राजनीति कर रही है।

इमरजेंसी के 40 साल पूरे होने से ऐन वक्त पहले हुए इस एलान से बीजेपी कांग्रेस को भी घेर रही है, समाजवादियों के लिए भी दुविधा पैदा कर रही है।

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दरअसल, जेपी की विरासत पर नीतीश, शरद और लालू की तिकड़ी दावा करती रही है। अब बिहार चुनावों से ठीक पहले जेपी की याद में स्मारक बनाने का ऐलान कर बीजेपी ये याद दिला रही है कि वो भी उस अभियान का हिस्सा थी और जेपी की विरासत पर उसका भी अधिकार है।