मोबाइल फोन के फुटेज से मिली असम के कोकराझार में हुए धमाके में शामिल उग्रवादी की झलक

मोबाइल फोन के फुटेज से मिली असम के कोकराझार में हुए धमाके में शामिल उग्रवादी की झलक

मोबाइल कैमरे में कैद उग्रवादी की तस्‍वीर

खास बातें

  • इस हमले में 13 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा जबकि 20 घायल हुए
  • मारे गए आतंकी की पहचान मंजय इसलारी के रूप में हुई है
  • बोडो संगठन के चार शीर्ष आतंकियों को जुलाई में मार गिराया गया था
नई दिल्‍ली:

शुक्रवार को असम के कोकराझार में एक ग्रामीण मार्केट में दो उग्रवादियों ने गोलीबारी कर 13 लोगों की जान ले ली और करीब 20 लोगों को घायल कर दिया. घटना से बस कुछ ही मिनट पहले बाजार में आराम से घूमते हुए बोडो अलगावादी संगठन एनडीएफबी(एस) के एक संदिग्‍ध उग्रवादी की तस्‍वीर कैमरे में कैद हो गई.

एनडीटीवी को मिले मोबाइल फोन की तस्‍वीरों में एक उग्रवादी नीले रंग का रेन कोट पहने दिख रहा है, उसने अपने कंधे पर एक ऑटोमेटिक राइफल भी ले रखी है. दूसरी तस्‍वीर में वह बालाजान तिनियाली बाजार में एक दुकान के पीछे बैठा दिख रहा है. यह बाजार कोकराझार से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.

गोलीबारी शुरू होने के बाद तुरंत मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों ने इस बंदूकधारी को मार गिराया था. दूसरा बंदूकधारी भागने में कामयाब रहा. सेना, पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने उसकी तलाश के लिए अभियान छेड़ा है.

 

मारे गए आतंकी की पहचान मंजय इसलारी के रूप में हुई है, समाचार एजेंसी पीटीआई ने असम के वित्त मंत्री हिमंता बिश्‍व सरमा के हवाले से यह जानकारी दी. मंत्री के हवाले से कहा गया, 'वह एनडीएफबी(एस) की 16वीं बटालियन का स्‍वघोषित ऐरिया कमांडर था. हम उसका शव उसके घरवालों को सौंप देंगे.

सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि इस बोडो संगठन के चार शीर्ष आतंकियों को जुलाई के महीने में सेना और स्‍थानीय पुलिस के संयुक्‍त अभियान में मार गिराया गया था. एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि यह हमला उसी का बदला था.

इस हमले में शामिल बोडो अलगववादी संगठन एनडीएफबी(एस) के उग्रवादियों की धरपकड़ के लिए राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के जांचकर्ता राज्‍य में तलशी अभियान चला रहे हैं. असम के मुख्‍यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल रविवार को कोकराझार का दौरा करेंगे.

पड़ोस के चिरांग जिले में भी पुलिस, अर्धसैनिक बलों और सेना द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. सुरक्षाबलों ने इस काम में स्‍पेशल ट्रूप्‍स और खोजी कुत्तों को भी लगाया है.

सेना भी जिले में सघन अभियान चला रही है ताकि तेजी से कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके. असम-बंगाल सीमा के साथ-साथ भुटान से लगी अंतराष्‍ट्रीय सीमा पर भी कड़ी चौकसी बरती जा रही है ताकि उग्रवादी भाग न सकें.

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