असम के मुख्यमंत्री ने कहा, रेप आरोपी की सरेआम हत्या होने से नहीं रोक सके केंद्रीय सुरक्षा बल

फाइल फोटो

गुवाहाटी:

बलात्कार के आरोपी को जेल से बाहर निकाल कर भीड़ द्वारा पीट-पीट कर उसकी हत्या किए जाने के मामले में असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने आज कहा कि नगालैंड के दीमापुर केंद्रीय कारा की सुरक्षा जिम्मेदारी केंद्रीय सुरक्षा बलों की होती है और वे हत्या रोकने में असफल रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा, 'जेल की सुरक्षा केंद्रीय सुरक्षा बलों की जिम्मेदारी है और वे पीट-पीट कर की गई इस हत्या को रोकने में असफल रहे। कैदियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र की है।'

गोगोई ने कहा कि उन्होंने नगालैंड के मुख्यमंत्री टी. आर. जेलियांग को पत्र लिखकर राज्य में असम के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है। आरोपी सैयद फरीद खान असम के करीमगंज जिले के बदरपुर इलाके के बोस्ला गांव का रहने वाला था।

असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि जेलियांग ने उन्हें आश्वासन दिया है कि लोगों के जान-माल की सुरक्षा की जाएगी।

गोगोई ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को भी पत्र लिखकर बलात्कार आरोपी की पीट-पीट कर हत्या करने के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ समुचित कार्रवाई करने की मांग की है।

मुख्यमंत्री ने असम और नगालैंड दोनों राज्यों के राज्यपाल पी. बी. आचार्य से कार्रवाई करने का अनुरोध किया है, ताकि दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें सजा दी जा सके।

गोगोई ने कहा, 'नगालैंड सरकार द्वारा उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को निलंबित किया जाना इस बात की स्वीकरोक्ति है कि प्रशासन की ओर से गलती हुई है।'

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आरोपी के परिजन चाहते हैं कि उसका शव वापस घर लाया जाए और इस दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'परिवार जो भी चाहता है, हम उसे मानेंगे और शव के आज शाम तक बदरपुर पहुंचने की संभावना है।'

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इस बीच नगालैंड के अधिकारियों ने राज्य के चुमुकेदिमा में शव को दीमापुर मुस्लिम काउंसिल को सौंप दिया है।