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खास बातें
- विपक्ष का आरोप है कि चिदंबरम के बेटे की एयरसेल-मैक्सिस कंपनी में 5 फीसदी हिस्सेदारी है और बेटे को फायदा पहुंचाने के लिए उन्होंने डील में देरी की।
नई दिल्ली: एयरसेल-मैक्सिस डील मुद्दे पर लोकसभा में विपक्ष ने गृहमंत्री पी चिदंबरम को घेरने की कोशिश की। विपक्ष का आरोप है कि गृहमंत्री चिदंबरम के बेटे की एयरसेल-मैक्सिस कंपनी में 5 फीसदी हिस्सेदारी है और बेटे को फायदा पहुंचाने के लिए उन्होंने इस डील में देरी की।
इसके बाद संसद में जमकर हंगामा हुआ। जब चिदंबरम सफाई देने उठे तो भी हंगामा जारी रहा। चिदंबरम ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देते हुए अपने बेटे का बयान पढ़ा जिसमें कहा गया है कि उनका और उनके परिवार के किसी सदस्य का एयरसेल-मैक्सिस में कोई हिस्सा नहीं नहीं है और न ही किसी टेलीकॉम कंपनी में कोई हिस्सा है।
गौरतलब है कि एक अंग्रेजी अखबार पॉयनियर में छपी खबर के मुताबिक डील को अक्टूबर 2006 में मंजूरी मिली जबकि वित्तमंत्रालय ने जारी प्रेस रिलीज में चिदंबरम का बचाव करते हुए कहा गया था कि मार्च 2006 में ही डील को मंजूरी दे दी गई थी।