यह ख़बर 15 दिसंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

चुमार से भारतीय नागरिकों को पकड़कर ले गए चीनी सैनिक, एलएसी पर ऐसी पहली घटना

नई दिल्ली:

चीन के सैनिक लद्दाख के चुमार स्थित भारतीय क्षेत्र में काफी अंदर तक घुस आए और पांच भारतीय नागरिकों को पकड़कर अपनी सीमा में ले गए। यह संभवत: वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर घटी पहली ऐसी घटना है।

यद्यपि बाद में सघन प्रयासों के बाद भारतीय नागरिकों को भारत को सौंप दिया गया।

सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि दोनों देशों के बीच मौजूदा सीमा व्यवस्था के तहत इस संबंध में किए गए प्रयासों के बाद पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों ने पांचों भारतीय नागरिकों को बाद में भारत को सौंप दिया।

सूत्रों ने बताया कि गत सप्ताह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों ने चुमार इलाके में भारतीय सीमा में कुछ किलोमीटर भीतर आकर पांच भारतीय नागरिकों को उनके मवेशियों के साथ पकड़ लिया और उन्हें वास्तविक नियंत्रण रेखा के अपनी ओर बने शिविर में ले गए। चीनी सैनिकों ने ऐसा संभवत: इस इलाके पर अपना दावा करने के लिए किया।

सैन्य मुख्यालय ने इस घटना को यह कहते हुए कमतर करने का प्रयास किया कि मामले को 'सौहार्दपूर्ण' तरीके से सुलझा लिया गया था, लेकिन सूत्रों ने कहा कि चीनी पक्ष तभी माना जब स्थानीय भारतीय सैन्य अधिकारियों ने इस मामले पर फ्लैग मीटिंग बुलाने के लिए कहा और चेतावनी दी कि मुद्दे को उच्च स्तर पर उठाया जाएगा।

मुख्यालय ने यह भी कहा कि पकड़े गए भारतीय नागरिक सेना के पोर्टर (माल ढोने वाले) नहीं हैं जैसी कि अटकलें लगाई जा रही हैं। पकड़े गए लोग आम नागरिक थे। सूत्रों ने बताया कि ऐसी जानकारी मिली है कि दोनों देशों के स्थानीय सैन्य अधिकारियों ने इस मुद्दे पर सम्पर्क स्थापित किया।

यह घटना दोनों देशों की सेनाओं के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर टकराव की घटनाएं रोकने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा गत अक्तूबर में चीन के साथ सीमा रक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद हुई है।

रक्षामंत्री एके एंटनी ने हाल में चेतावनी दी थी कि चीन के साथ नया सीमा समझौता इस बात की गारंटी नहीं देता कि इन क्षेत्रों में भविष्य में कुछ नहीं होगा।

चीनी सैनिकों द्वारा वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अतिक्रमणों के मामले में चुमार सबसे सक्रिय क्षेत्रों में से एक है। चुमार लेह से 300 किलोमीटर दूर स्थित है।

चीन-भारत सीमा पर चीनी सैनिकों के लिए यह हमेशा से ही परेशानी वाला स्थान रहा है क्योंकि चुमार ऐसा स्थान है जहां उनकी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सीधी पहुंच नहीं है। चीन के सैनिक हाल में चुमार में गतिविधियों पर नजर रखने के लिए भारत द्वारा लगाए गए कैमरे उखाड़कर ले गए थे। गत जुलाई में क्षेत्र पर अपना दावा करने के लिए चीन के सैनिक घोड़ों और खच्चरों पर सवार होकर भारतीय क्षेत्र में घुस आए थे।

गत एक वर्ष के दौरान चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय क्षेत्र में अतिक्रमण की 200 से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन सेना हमेशा ही उन्हें यह कहते हुए कमतर करने का प्रयास करती है कि ये वास्तविक नियंत्रण रेखा की अलग-अलग समझ का परिणाम हैं।

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गत अप्रैल में चीनी सैनिकों ने लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी सेक्टर के देपसांग घाटी में अपने टेंट खड़े कर लिए थे और वे दोनों देशों के बीच शृंखलाबद्ध फ्लैग मीटिंग और बातचीत के बाद ही वापस गए।