कुपवाड़ा में आतंकियों से लड़ते शहीद हुए कर्नल संतोष को सेना ने पुष्पांजलि अर्पित की

कुपवाड़ा में आतंकियों से लड़ते शहीद हुए कर्नल संतोष को सेना ने पुष्पांजलि अर्पित की

नई दिल्‍ली :

उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के समीप आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हुए 41 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष महादिक को आज सेना ने पुष्पांजलि अर्पित की। यहां बादामी बाग छावनी में शहीद अधिकारी के लिए आयोजित एक शोक कार्यक्रम में उनकी बहादुरी और बलिदान के लिए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

नार्दन कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डी. एस. हुडा, सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी, जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारी एवं सेना के अन्य शीर्ष अधिकारियों ने उनके ताबूत पर पुष्पचक्र समर्पित किए।

41 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिग ऑफिसर कर्नल संतोष महादिक को कल दोपहर ढाई बजे सिर में गोली लगी थी, जब उनकी आतंकियों के साथ मुठभेड़ चल रही थी। ये घटना कुपवाड़ा से आठ किलोमीटर दक्षिण मानीगढ़ के जंगलों में हुई। कर्नल महादिक पर फायरिंग उस वक्त की गई जब वह जंगल में छिपे आतंकवादियों के सफाये के लिए 13 नवंबर को शुरू किए गए एक अभियान के तहत छापेमारी कर रहे थे।

अभियान के पहले दिन थलसेना का एक जवान भी जख्मी हुआ था आतंकियों के गोलाबारी से घायल हुए कर्नल महादिक को सेना के अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। फिलहाल उस पूरे इलाके को सेना के घेर लिया है और गोलाबारी जारी है। खबर है उस इलाके में दो तीन आतंकी छिपे हो सकते है।

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सेना में 1998 में कमीशन हुए कर्नल महादिक को उत्तरपूर्व में एक ऑपरेशन में सेना मेडल भी मिल चुका है। कर्नल संतोष महाराष्ट्र के सतारा के रहने वाले हैं और इनके दो बच्चे हैं।