मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (फाइल फोटो)
भोपाल: वित्त मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय, अगर आप इन बड़े-बड़े मंत्रालयों और इनसे जुड़े काम को देखकर बोर हो गए हैं तो मध्यप्रदेश के पास कुछ नया है। अब इस राज्य के लोगों की खुशियों को नापने का काम भी किया जाएगा जिसके लिए खुशहाली मंत्रालय यानि हैपीनेस मिनिस्ट्री बनाए जाने की बात कही गई है। यह घोषणा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने ट्विटर अकाउंट पर की है जिसमें उन्होंने लिखा है कि संभवत: मध्यप्रदेश इस अवधारणा को लागू करने वाला भारत का पहला राज्य होगा। चौहान ने अपनी सरकार द्वारा हैपीनेस मिनिस्ट्री बनाने के पीछे की वजह बताते हुए कुछ ट्वीट किए हैं -
गौरतलब है कि भारत में तो नहीं लेकिन कुछ ऐसे देश हैं जहां लोगों की खुशी को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। मसलन भूटान जहां के लिए कहा जाता है कि ग्रॉस हैपीनेस इंडेक्स के जरिए वहां की जनता की खुशी को मापा जाता है। याद कीजिए फिल्म 'लंचबॉक्स' जिसके अंत में फिल्म की नायिका निमरत कौर भूटान जाने की बात कहती हैं क्योंकि वहां का (Gross Happiness Index) बहुत अच्छा है। वैसे इसी साल फरवरी में सीएनएन ने अपनी एक रिपोर्ट में जानकारी दी थी कि यूएई ने अपने नागरिकों के लिए 'मिनिस्टर ऑफ हैपीनेस' की नियुक्ति की है जिसका लक्ष्य भविष्य सुधार और शिक्षा तथा जलवायु परिवर्तन पर ध्यान देना है।