विनोद तावड़े की फाइल फोटो
मुंबई: दिल्ली हो या मुंबई कांग्रेस बीजेपी को घेरने का एक भी मौका छोड़ नहीं रही। मुंबई में मंगलवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बोरीवली पुलिस स्टेशन में जाकर विनोड तावड़े के खिलाफ लिखित शिकायत कर गिरफ्तार करने की मांग की। इसके लिये मुबंई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम के नेतृत्व में मोर्चा भी निकला जिसमें कार्यकर्ता कम नेता ज्यादा थे।
संजय निरुपम ने आरोप लगया है कि कोई भी शख्स चाहे वो विधायक हो या सांसद, अगर गलत जानकारी प्रस्तुत करता है तो ये जनता से, मतदाताओं से धोखा है। जिसके लिये उसके खिलाफ भादवि की धारा 420 और 181 के तहत मामला बनता है। इसलिये हम पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराने आये हैं। पुलिस ने हमसे मामले की जांच करने और आगे की कार्रवाई के लिये 2 हफ्ते का समय मांगा है।
विनोद तावड़े पर आरोप है कि उन्होंने जिस संत ज्ञानेश्वर विद्यापीठ से इलेक्ट्रॉनिक्स में बीई की डिग्री ली है, बॉम्बे हाई कोर्ट ने 2005 में उसकी मान्यता खत्म कर दी थी।
बावजूद इसके विनोद तावड़े ने 2014 के विधानसभा चुनाव के लिये दिये गये प्रतिज्ञा पत्र में उस डिग्री का उल्लेख किया। कांग्रेस का आरोप है कि ये मतदाताओं से धोखा है। इसलिये तावड़े जहां से चुनकर आये हैं उसी बोरीवली के 5 कांग्रेसी कार्यकर्ताओं से लिखित शिकायत करवाई गई है।
हालांकि कि कानून के जानकारों की मानें तो अगर किसी संस्थान की मान्यता खत्म हो जाती है तो उसके लिये विद्यार्थी कैसे जिम्मेदार हो सकता है।
बॉम्बे हाईकोर्ट में वकील अरविंद सिंह के मुताबिक विनोद तावड़े ने कोई फर्जी डिग्री नहीं बनाई है। बल्कि उन्होंने बाकायदा पढ़ाई की है, इम्तिहान देकर पास किया है। बाद में अगर संस्थान की मान्यता रद्द हो गई तो उसमें उनकी क्या गलती?
इसबीच विनोद तावड़े पर बिना टेंडर निकाले आग बुझाने के उपकरण का ठेका देने का नया आरोप लगा है। हालांकि विनोद तावड़े का कहना है कि पूरा आरोप निराधार है। ना तो कोई टेंडर निकला, ना ही एक रुपया किसी को दिया गया, जैसे ही वित्त मंत्रालय ने सवाल उठाया मैंने खुद प्रस्ताव रद्द कर दिया।