विवादों का दूसरा नाम व्‍यापमं, वन रक्षक परीक्षा के नतीजों में 'गड़बड़ी' को लेकर हंगामा

विवादों का दूसरा नाम व्‍यापमं, वन रक्षक परीक्षा के नतीजों में 'गड़बड़ी' को लेकर हंगामा

फाइल फोटो

भोपाल:

मध्यप्रदेश सरकार व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) का नाम बदलकर भले ही बदनामी से पीछा छुड़ाने की कोशिश करे, मगर इस भर्ती बोर्ड का विवाद से पीछा नहीं छूट रहा है। सोमवार को वन रक्षक भर्ती परीक्षा के नतीजों में हुई गड़बड़ी को लेकर परीक्षार्थियों ने बोर्ड के कार्यालय में जमकर हंगामा किया। व्यापमं कार्यालय के इर्दगिर्द भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

एक ही दिन में नतीजों में नजर आया बड़ा बदलाव
व्यापमं के सूत्रों के अनुसार, अगस्त 2015 में वन रक्षक के पदों की भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में लगभग साढ़े पांच लाख परीक्षार्थी सम्मिलित हुए थे। परीक्षा के नतीजे 30 जनवरी को घोषित किए गए। ये नतीजे व्यापमं की साइट पर थे, मगर अगले ही दिन 31 जनवरी को नतीजों में बड़ा बदलाव नजर आया।

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जो परीक्षा में पास बताए गए, अगले दिन उन्‍हें फेल की श्रेणी में डाला
परीक्षार्थियों का आरोप है कि जिन परीक्षार्थियों को 30 जनवरी को परीक्षा में उत्तीर्ण (पास) बताया गया था, उन्हें अगले दिन असफल (फेल) की श्रेणी में डाल दिया गया। इसी को लेकर सोमवार को बड़ी संख्या में व्यापमं कार्यालय पर परीक्षार्थी जमा हुए और हंगामा किया। पुलिस ने आंदोलनकारी छात्रों को खदेड़ दिया। व्यापमं कार्यालय पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। व्यापमं के सूत्रों का कहना है कि 'तकनीकी गड़बड़ी' के कारण पास परीक्षार्थी फेल और फेल परीक्षार्थी पास नजर आ रहे हैं। साइट पर सुधार कर दिया गया है।