नई दिल्ली: बिहार के औरंगाबाद में हुए नक्सली मुठभेड़ के मामले में एक वरिष्ठ अफसर पर गाज गिरी है। झारखंड और बिहार के सीआरपीएफ के आईजी संजय लखथर की जगह अब अरुण कुमार को बिहार सीआरपीएफ का आईजी बना दिया गया है।
हालांकि सीआरपीएफ ये कह रही है कि औरंगाबाद में हुए नक्सली घटना से इसका कोई लेना-देना नहीं है। संजय लखथर के पास बिहार का अतिरिक्त कार्यभार था और ये अब उनसे ले लिया गया है। सीआरपीएफ ने ये आदेश बुधवार को ही जारी किया है। संजय लखथर के पास पिछले तीन चार महीने से बिहार का अतिरिक्त कार्यभार था।
गौरतलब है कि सोमवार को औरंगाबाद में बारूदी सुंरग में धमाके होने की वजह से सीआरपीएफ के 10 कोबरा जवान शहीद हो गए थे। सीआरपीएफ ने बाद में तीन नक्सलियों को भी मार गिराया। बताया जा रहा है कि जवानों की मौत सुरक्षा मानकों में चूक की वजह से हुई।
बता दें कि सीआरपीएफ के कोबरा जवान नक्सलियों से निपटने के लिए खासतौर से प्रशिक्षित होते हैं। खुफिया एजेंसियों की नाकामी को इस घटना की बड़ी वजह बताया जा रहा है। हलांकि इस बारे में केंद्र ने भी सीआरपीएफ से रिपोर्ट मांगी कि आखिर कैसे एक साथ इतनी बड़ी तदाद में जवान नक्सलियों के जाल में फंस गए। नक्सली हमले से जुड़े पूरे तथ्य सामने के बाद इस घटना में हुई लापरवाही की गाज और भी अधिकारियों पर गिर सकती है।